Shriram Finance Share Price: श्रीराम फाइनेंस ने अप्रैल-जून तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) के दौरान MSME खाते की वृद्धि में सुस्ती को रेखांकित किया। लेकिन अपने नतीजों के बाद विश्लेषकों की बैठक में पूरे साल के लिए अपने गाइडेंस को पूरा करने का विश्वास व्यक्त किया। MSME सेगमेंट, जिसने एक साल पहले की तिमाही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) में लगभग 10 प्रतिशत तिमाही वृद्धि देखी थी, इस बार केवल 3.5 से 4 प्रतिशत तक बढ़ा। जिससे डिसबर्सल मोमेंटम में मंदी की चिंता बढ़ गई। अर्निंग कॉल के दौरान इस पर बात करते हुए, कंपनी के एमडी और सीईओ वाई एस चक्रवर्ती ने इस मंदी का कारण सीजनल फैक्टर्स बताए।
उन्होंने बताया, “पहली तिमाही में डिमांड में कमी देखी गई। आमतौर पर, त्योहारों के बाद की सुस्ती के कारण पहली तिमाही धीमी रहती है, जबकि तीसरी तिमाही में त्योहारों के मौसम की तैयारी के लिए दूसरी तिमाही से डिमांड बढ़ने लगती है।” सुस्त शुरुआत के बावजूद, कंपनी वित्त वर्ष 26 के लिए एमएसएमई पोर्टफोलियो में अपने 15 प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करने की राह पर अग्रसर है।
विश्लेषकों ने पिछले वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में तिमाही आधार पर वृद्धि में तीव्र गिरावट की ओर इशारा किया है, लेकिन कंपनी के मैनेजमेंट ने कहा कि बिजनेस साइकल्स में सीजनल बदलाव को देखते हुए, एमएसएमई ग्रोथ का आकलन सालाना आधार पर किया जाना चाहिए।
मैनेजमेंट ने आगे कहा, “आप पहली तिमाही की तुलना तीसरी या चौथी तिमाही से क्रमिक रूप से नहीं कर सकते। दूसरी और तीसरी तिमाहियां आमतौर पर सबसे मजबूत होती हैं,” जिससे आने वाले महीनों में ग्रोथ मोमेंटम बढ़ने का भरोसा मजबूत हुआ है।
श्रीराम फाइनेंस की लोन ग्रोथ वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कृषि उपकरणों के कारण सालाना 16 प्रतिशत बढ़ी। हालांकि, एमएसएमई और दोपहिया व्हीकल सेगमेंट में धीमी ग्रोथ के कारण यह तिमाही आधार पर केवल 3.4 प्रतिशत बढ़ी।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
Source: MoneyControl