IPO Alert, GNG Electronics IPO : भारत की सबसे बड़ी लैपटॉप और डेस्कटॉप रीफर्बिशिंग कंपनी जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स का IPO आज 22 जुलाई को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और इसमें 25 जुलाई तक निवेश किया जा सकता है. आईपीओ का साइज 460 करोड़ है, जिसमें 400 करोड़ के फ्रेश इश्यू जारी होंगे, वहीं 25,50,000 इक्विटी शेयरों का ओएफएस है. कंपनी ने प्राइस बैंड 225 से 237 रुपये प्रति शेयर तय किया है. आईपीओ के पहले ही दिन ग्रे मार्केट में इसे लेकर जबरदस्त क्रेज दिख रहा है.
शेयर अलॉटमेंट 28 जुलाई 2025 को होगा, जबकि 30 जुलाई को कंपनी का स्टॉक बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे. इसमें रिटेल कोटा 35 फीसदी, QIB कोटा 50 फीसदी और NII कोटा 15 फीसदी है. एक लॉट में 63 शेयर होंगे, यानी कम से कम 14,931 रुपये से बोली लगा सकेंगे. अधिकतम 13 लॉट क लिए 1,94,103 रुपये की बोली लगा सकते हैं.
GMP : 44% पहुंचा
GNG Electronics के आईपीओ से पहले ही ग्रे मार्केट में इसे लेकर जमकर क्रेज देखने को मिल रहा है. कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 104 रुपये के प्रीमियम पर है. यानी अपर प्राइस बैंड 237 रुपये के मुकाबले यह स्टॉक 341 रुपये पर लिस्ट हो सकता है. यह अपर प्राइस बैंड से 44 फीसदी अधिक है.
कंपनी के साथ पॉजिटिव फैक्टर
- मजबूत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति.
- खरीदारी (प्रॉक्योरमेंट) और बिक्री (सेल्स) में गहराई कंपनी की लीडरशिप को मजबूत बनाती है.
- हर चैनल पर कंपनी के पास विविध प्रोडक्ट्स (SKU) और ग्राहक को ध्यान में रखकर सेवाएं हैं.
- भारत और अन्य देशों में कंपनी तेजी से अपना विस्तार कर रही है, ताकि इंडस्ट्री में आ रहे अच्छे समय का पूरा फायदा उठाया जा सके.
- भारत और अन्य देशों में खरीदारी (प्रॉक्योरमेंट) बढ़ाई जा रही है और साथ ही ब्रांड्स के साथ रिश्ते मजबूत किए जा रहे हैं.
- कंपनी अब OEM के साथ काम के नए अवसर खोज रही है और ESG मानकों पर ध्यान दे रही है.
कंपनी के साथ रिस्क फैक्टर
पार्ट्स और कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
एक ही प्रोडक्ट पर अधिक निर्भरता
निर्यात (Export) से जुड़ा जोखिम
सप्लायर्स (आपूर्तिकर्ताओं) पर निर्भरता का जोखिम
SMIFS : सब्सक्राइब रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस SMIFS ने आईपीओ में लंबी अवधि के निवेश के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी IT एसेट डिस्पोजिशन (ITAD) सेक्टर में तेजी से बढ़ते अवसरों और रीफर्बिश्ड प्रोडक्ट्स (पुराने उत्पादों को फिर से नया बनाकर बेचना) के बढ़ते बाजार से लाभ उठा सकती है. साथ ही, इसका बिजनेस बड़े स्तर पर होने से लागत में भी फायदा मिलेगा.
कंपनी भारत की सबसे बड़ी ICT रीफर्बिशिंग कंपनी बनकर उभरी है, और इसका अंतरराष्ट्रीय विस्तार तेजी से बढ़ रहा है. यह अब अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और UAE सहित 38 देशों में मौजूद है. इसके 5 सर्टिफाइड और रणनीतिक रूप से स्थित प्लांट्स हैं, जो डिलीवरी को तेज और आसान बनाते हैं. साथ ही, नीदरलैंड्स में इसकी सब्सिडियरी यूरोप में कंपनी के विस्तार को मजबूती देती है.
कंपनी के पास 5,840 अलग-अलग प्रोडक्ट्स (SKU) का बड़ा पोर्टफोलियो है और यह खुद ही रिपेयरिंग का काम करती है, जिससे पूरी सेवा लगातार मिलती है। साथ ही, इसका वैल्यू ऐडेड रीसेलर (VAR) नेटवर्क भी काफी मजबूत है. FY25 तक कंपनी के पास 557 सोर्सिंग पार्टनर्स (जैसे कॉर्पोरेट्स, ब्रांड स्टोर्स और रिसायकलर्स) हैं. साथ ही, इसे माइक्रोसॉफ्ट, HP और Lenovo जैसी बड़ी कंपनियों से सर्टिफिकेशन भी मिला है, जो इसकी विश्वसनीयता को और मजबूत करता है.
SBI सिक्योरिटीज : सब्सक्राइब रेटिंग
GNG का अपर प्राइस बैंड 237 रुपये है और इस प्राइस पर इसका P/E रेश्यो 39.1x होता है (FY25 की कमाई और IPO के बाद की पूंजी के आधार पर). यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी लैपटॉप और डेस्कटॉप रीफर्बिशिंग कंपनी है और दुनिया की सबसे बड़ी ICT डिवाइस रीफर्बिशिंग कंपनियों में शामिल है.
FY23 से FY25 के बीच, कंपनी के रेवेन्यू में 46% सीएजीआर की ग्रोथ, EBITDA में 58% सीएजीआर की ग्रोथ, और PAT (मुनाफा) में 46% सीएजीआर की ग्रोथ रही है. FY25 में इसका रेवेन्यू 1,411 करोड़ रुपये, EBITDA 117 करोड़ रुपये और PAT 69 करोड़ रुपये रहा.
ग्लोबल और घरेलू रीफर्बिशिंग PC मार्केट के आने वाले सालों में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. दुनियाभर में यह बाजार 18.9% की सालाना ग्रोथ से बढ़ने का अनुमान (CY24–CY29E) है, जबकि भारत में यह बाजार 31.3% की ग्रोथ से बढ़ सकता है (FY25–FY30E).
साथ ही, FY26 में कंपनी 320 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने की योजना बना रही है, जिससे ब्याज खर्च कम होगा और मुनाफा बढ़ेगा. भारत में इस तरह की कोई लिस्टेड (शेयर बाजार में उपलब्ध) प्रतिद्वंदी कंपनी नहीं है. ब्रोकरेज ने IPO को कट-ऑफ प्राइस पर सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
(Disclaimer: आईपीओ में सब्सक्राइब की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express