इटरनल का प्रदर्शन जून तिमाही में शानदार रहा है। इसमें कंपनी के क्विक कॉमर्स बिजनेस (क्यूसी) का बड़ा योगदान है। जून तिमाही में कंपनी की कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू ग्रोथ साल दर साल आधार पर 67 फीसदी रही। बी2सी बिजनेस में कंसॉलिडेटेड नेट ऑर्डर वैल्यू (एनओवी) साल दर साल आधार पर 55 फीसदी बढ़कर 20,183 करोड़ रुपये पहुंच गई। इटरनल जोमैटो ब्रांड नाम से फूड डिलीवरी और ब्लिंकिट नाम से क्विक कॉमर्स सेवाएं देती है।
जून तिमाही में एबिड्टा में गिरावट
जून तिमाह में Eternal का एडजस्टेड एबिड्टा साल दर साल आधार पर 42 फीसदी घटकर 172 करोड़ रुपये पर आ गया। 22 जुलाई को कंपनी के शेयरों पर जून तिमाही के नतीजों का असर दिखा। 10:45 बजे कंपनी का शेयर 8.48 फीसदी के उछाल के साथ 294.75 रुपये पर चल रहा था।
ब्लिंकिट प्रदर्शन में फूड डिलीवरी से आगे निकली
Eternal के EBITDA में कमी की कुछ खास वजहें रहीं। कंपनी क्यूसी बिजनेस के इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश बढ़ा रही है। मार्केटिंग पर भी खर्च बढ़ा है। साथ ही Bistro पर निवेश का असर भी एबिड्टा पर पड़ा है। कंपनी फिलहाल मार्जिन बढ़ाने की जगह मार्केट में अपनी लीडरशिप स्थिति को मजबूत बनाने पर फोकस कर रही है। जून तिमाही में फूड डिलीवरी के मुकाबले ब्लिंकिट का प्रदर्शन अच्छा रहा है। Blinkit की नेट ऑर्डर वैल्यू (NOV) साल दर साल आधार पर 127 फीसदी बढ़ी है। इसमें मंथली ट्रांजेक्शन कस्टमर्स (MTCs) की संख्या में 122 फीसदी उछाल का हाथ है। यह अब 1.69 करोड़ हो गई है।
जून तिमाही में EBITDA मार्जिन में इम्प्रूवमेंट
इटरनल ने जून तिमाही में 243 नए स्टोर्स जोड़े हैं। इससे स्टोर्स की कुल संख्या बढ़कर 1,544 हो गई है। वेयरहाउसिंग में भी 4 लाख वर्क फीट का इजाफा हुआ है। इससे कुल सप्लाई चेन फुटप्रिंट 1.04 करोड़ वर्गफीट पहुंच गया है। EBITDA मार्जिन में इम्प्रूवमेंट है। यह -2.4 से -1.8 पर आ गया है। हालांकि पूंजीगत खर्च और नए स्टोर पर फोकस से कंपनी का लॉस बढ़ा है। कुछ शहरों में कंपनी का कारोबार प्रॉफिट में आ गया है। इनमें EBITDA मार्जिन 2.5 फीसदी से ऊपर पहुंच गया है।
आगे मार्जिन 100 बेसिस प्वाइंट्स तक बढ़ने की उम्मीद
मैनेजमेंट को मार्जिन आगे बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि कंपनी मार्केटप्लेस की जगह इनवेंट्री आधारित मॉडल की तरफ बढ़ रही है। जून तिमाही में NOV का 3 फीसदी एटरनल की अपनी इनवेंट्री से आया। इसके अगले 2-3 तिमाहियों में बढ़ने की उम्मीद है। इससे आने वाले समय में मार्जिन 100 बेसिस प्वाइंट्स तक बढ़ने की उम्मीद है। इससे प्राइसिंग, एसॉर्टमेंट और सप्लाई का नियंत्रण बढ़ेगा। इटरनल ने टॉप-लाइन और कंज्यूमर ग्रोथ के मामले में अपनी एक्जिक्यूशन क्षमता दिखाई है। लेकिन, क्विक कॉमर्स में बढ़ते कॉम्पिटिशन का असर शॉर्ट टर्म में मुनाफा बनाने की कंपनी की क्षमता पर पड़ रहा है।
क्या आपको शेयरों में निवेश करना चाहिए?
Eternal के शेयरों में FY27 की अनुमानित के 113.5 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। इस वैल्यूएशन को सस्ता नहीं कहा जा सकता। ऐसे में निवेशकों को ब्लिंकिट के प्रॉफिट की टाइमलाइन, डिस्ट्रिक्ट के विस्तार और Bistro के स्केल पर नजर रखने की जरूरत है। 2025 में इटरनल के शेयरों में जबर्दस्त तेजी आई है। इस साल (2025) यह करीब 40 फीसदी उछला है। इतनी तेजी के बाद शेयरों में कुछ कंसॉलिडेशन दिख सकता है।
Source: MoneyControl