Zomato Stock Price : फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी Eternal (Zomato) के शेयरों में आज रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. आज शेयर करीब 12 फीसदी मजबूत होकर 311 रुपये के पार निकल गए, जो शेयर के लिए रिकॉर्ड हाई है. यह तेजी कंपनी के तिमाही नतीजों के बाद आई है. वैसे तो कंपनी का मुनाफा सालाना बेसिस पर 90% घटकर 25 करोड़ रह गया, लेकिन रेवेन्यू 70% बढ़कर 7,167 करोड़ पहुंच गया.
वहीं Blinkit ने पहली तिमाही में 2,400 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया, जो Zomato के फूड डिलीवरी रेवेन्यू 2,261 करोड़ रुपये से ज्यादा था. Blinkit के नंबर्स देखकर बाजार में उत्साह बढ़ गया है. ब्रोकरेज हाउस भी शेयर को लेर बुलिश हैं और 400 रुपये तक टारगेट प्राइस दे रहे हैं.
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ब्लिंकिट साबित हो सकता है गेमचेंजर
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि इटर्नल (Zomato) का फूड डिलीवरी बिजनेस स्थिर है, और ब्लिंकिट (Blinkit) एक ऐसा अवसर है जो रिटेल, ग्रॉसरी और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में बड़ा बदलाव ला सकता है. ब्रोकरेज ने क्विक कॉमर्स बिजनेस का मूल्यांकन डिस्काउंटेड कैश फ्लो तरीके से किया है, जिसमें 12.5% कास्ट ऑफ कैपिटल मानी गई है.
फूड डिलीवरी बिजनेस को हम 30 गुना EV/EBITDA के हिसाब से आंकते हैं. साथ ही, Hyperpure, Going-out और अन्य छोटे बिजनेस की कुल वैल्यू करीब 1 बिलियन डॉलर मानी गई है. ब्रोकरेज ने शेयर पर “BUY” रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 330 रुपये तय किया है. यह करंट प्राइस से 21% ज्यादा है.
मोतीलाल ओसवाल के बुलिश होने की 4 वजह :
मार्जिन में सुधार की उम्मीद
क्विक कॉमर्स (Blinkit) में घाटा अभी पीक पर है, अब मार्जिन में सुधार होगा. FY26 की पहली तिमाही में ब्लिंकिट का एडजस्टेड EBITDA मार्जिन -1.8% रहा, जो पिछली तिमाही (4QFY25) में -2.4% था. यह सुधार तब हुआ जब कंपनी ने 243 नए डार्क स्टोर्स जोड़े.
मैनेजमेंट का मानना है कि अब कुल घाटा अपने पीक पर पहुंच गया है और जैसे-जैसे नए स्टोर पूरी तरह चालू होंगे, मार्जिन और बेहतर होंगे. कुछ शहरों में पहले ही 2.5% से ज्यादा मार्जिन देखा जा रहा है, जिससे भविष्य में 5-6% EBITDA मार्जिन का लक्ष्य मजबूत होता है. अभी स्टोर्स की संख्या लगभग 1,550 है, जिसे दिसंबर 2025 तक 2,000 और आगे चलकर 3,000 तक ले जाने की योजना है.
मार्जिन में बढ़त, लेकिन वर्किंग कैपिटल भी बढ़ेगा
Zomato अब अपने क्विक कॉमर्स मॉडल को मार्केटप्लेस से इन्वेंटरी आधारित मॉडल में बदलेगा. अगले 2-3 तिमाहियों में इस बदलाव से मार्जिन लगभग 1% (100 बेसिस प्वॉइंट) तक बेहतर हो सकता है, क्योंकि इससे प्रोडक्ट्स की रेंज और सप्लायर शर्तों पर बेहतर कंट्रोल मिलेगा.
हालांकि, इसके चलते वर्किंग कैपिटल की जरूरत 1% से बढ़कर 5% तक हो सकती है. FY26 की पहली तिमाही में 3% बिक्री पहले ही खुद की इन्वेंटरी से हो रही थी, जिससे रेवेन्यू ग्रोथ तेज हुई.
फूड डिलीवरी में मुनाफा स्थिर, फोकस ग्रोथ पर
फूड डिलीवरी का एडजस्टेड EBITDA मार्जिन FY26 की पहली तिमाही में NOV (ऑर्डर वैल्यू) का 5% रहा.यह पिछले साल की तुलना में बेहतर (3.9%) है, लेकिन पिछली तिमाही से थोड़ा कम है, क्योंकि त्योहारों और मौसम की वजह से डिलीवरी पार्टनर्स की कमी रही.
भविष्य में मार्जिन बढ़ सकता है, लेकिन फिलहाल कंपनी की प्राथमिकता डिमांड)को बढ़ाना और फिर से ग्रोथ में निवेश करना है. FY26 में कंपनी की NOV ग्रोथ 15% से ज्यादा रहने की उम्मीद है, और FY27 में यह फिर से लगभग 20% तक पहुंच सकती है. हमें लगता है कि अब फूड डिलीवरी का मार्जिन 4.5% से 5% (GOV के हिसाब से) के बीच रहेगा. इसलिए अब हम इसका मूल्यांकन EV/EBITDA के आधार पर करेंगे.
गोइंग-आउट बिजनेस
डिस्ट्रिक्ट (गोइंग-आउट) वर्टिकल अब 8,000 करोड़ रुपये लाना NOV वाला बिजनेस बन गया है और सालाना 30% से ज्यादा ग्रोथ कर रहा है. इसमें प्रति ऑर्डर औसत रेवेन्यू (ARPO) 160 रुपये से ज्यादा है, जो फूड डिलीवरी या क्विक कॉमर्स से अधिक है. हालांकि, कंपनी बिस्ट्रो (10 मिनट में खाना) और नगेट जैसे नए प्रोजेक्ट्स में निवेश कर रही है, जिससे FY26 में अदर्स कैटेगरी में करीब 150 करोड़ रुपये का घाटा होने की उम्मीद है.
अन्य ब्रोकरेज का जोमैटो पर रेटिंग और टारगेट
Macquarie
रेटिंग : Underperform
टारगेट प्राइस : 150 रुपये
Jefferies
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 400 रुपये
Elara
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 340 रुपये
Nuvama
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 320 रुपये
CLSA
रेटिंग : Outperform
टारगेट प्राइस : 385 रुपये
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express