ये हैं विदेशी निवेशकों के 10 पसंदीदा शेयर, लगातार 4 तिमाहियों से बढ़ा रहे हिस्सेदारी

FIIs Stocks: शेयर बाजार के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक हैं विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs)। जून के अंत तक भारतीय शेयर बाजार के कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में उनकी हिस्सेदारी करीब 16 फीसदी थी। लेकिन पिछले एक साल से ये विदेशी निवेशक कुछ रुठे हुए दिखाई दे रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने अपने शेयर बेचने की रफ्तार कम की है, लेकिन अभी भी वे पूरी तरीके से बाजार में लौटते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। लेकिन इस सबसे बावजूद कुछ ऐसे शेयर हैं, जिनमें वो चुपचाप पिछले एक साल से लगातार खरीदारी कर रहे हैं। एक स्टडी के मुताबिक, बीती पांच तिमाहियों में ऐसी 10 कंपनियां हैं, जिनके शेयरों में हर तिमाही फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) की हिस्सेदारी बढ़ी है। ये सभी शेयर कौन से है और क्या विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इन शेयरों के भाव में तेजी आई है? आइए जानते हैं।

1. पेज इंडस्ट्रीज (Page Industries)

पिछले एक साल में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने अपनी सबसे ज्यादा हिस्सेदारी बढ़ाई है, उनमें सबसे ऊपर नाम पेज इंडस्ट्रीज का है। जून तिमाही तक के आंकडों के मुताबिक, इस कंपनी में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर 24 फीसदी पर पहुंच गई है, जो पिछले साल जून तिमाही में 20.6 फीसदी था। अगर चारों तिमाही के आधार पर बताएं, तो विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी जून 2024 तिमाही में 20.6, सितंबर तिमाही के अंत में 20.8 फीसदी, दिसंबर तिमाही के अंत में 22.7 फीसदी, मार्च तिमाही में 23.6 फीसदी और अब इस साल जून तिमाही में बढ़कर 24 फीसदी हो गई है। लेकिन इसके बावजूद इस शेयर का पिछले एक साल का रिटर्न -2.37% है।

2. मिंडा कॉरपोरेशन (Mind Corp)

इस शेयर में पिछले एक साल में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी करीब 2.8 फीसदी बढ़ी है। जून 2024 के अंत में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इसमें 6 फीसदी थी, जो जून 2025 के अंत में बढ़कर 8.82 फीसदी हो गई है। इस शेयर का पिछले एक साल का रिटर्न 10.40% रहा है।

3. ऑथम इनवेस्टमेंट (Authum Investment)

इस शेयर में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी जून तिमाही के अंत में 7.9 फीसदी थी। जबकि एक साल पहले जून 2024 के अंत में यह 7.2 करीब फीसदी थी। इस शेयर ने पिछले एक साल में 188 फीसदी का शानदार मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।

4. केपीआर मिल (KPR Mill)

इस शेयर में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी जून तिमाही के अंत में 6.5 फीसदी थी। जबकि एक साल पहले जून 2024 के अंत में यह 5करीब फीसदी थी। इस शेयर का पिछले एक साल का रिटर्न करीब 40 फीसदी रहा है।

5. कैपिलन प्वाइंट (Caplin Point)

मौजूदा वित्त वर्ष की जून तिमाही के अंत में इस कंपनी में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 6.1 फीसदी थी, जो एक साल पहले जून 2024 के अंत में 3.4 फीसदी थी। इस साल अब तक इस शेयर में करीब 16 फीसदी की गिरावट आई है, लेकिन पिछले एक साल में इसने 42 फीसदी का अच्छा रिटर्न दिया है।

6. एथर इंडस्ट्रीज (Aether Industries)

इस शेयर में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी जून तिमाही के अंत में बढ़कर 5 फीसदी पर पहुंच गई। जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा करीब 2.9 फीसदी का था। हालांकि इसके बावजूद इस शेयर का पिछले एक साल का रिटर्न -8.79% है।

7. ग्लैक्सो फार्मा (Glaxo Pharma)

इस शेयर में भी विदेशी निवेशक पिछली 5 तिमाहियों से लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं। जून तिमाही के अंत में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 4.9 फीसदी थी, जो पिछले साल जून तिमाही के अंत में 4 फीसदी था। इस शेयर ने पिछले एक साल में करीब 19 फीसदी का रिटर्न दिया है।

8. एनएमडीसी स्टील (Nmdc Steel)

इस शेयर में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी जून तिमाही के अंत में 4.9 फीसदी थी। जबकि एक साल पहले जून 2024 के अंत में यह 4.7 करीब फीसदी थी। इसके बावजूद इस शेयर में पिछले एक साल में करीब 30 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।

9. सुमितोमो केमिकल (Sumitomo Chemical)

इस कंपनी में विदेशी निवेशकों ने पिछले एक साल में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 3.7 फीसदी कर ली है, जबकि पिछले साल जून तिमाही के अंत में यह आंकड़ा 3.1 फीसदी था। लेकिन इसके बावजूद इस शेयर का पिछले एक साल का प्रदर्शन काफी सुस्त रहा है और इस दौरान इसमें महज करीब 3.7 फीसदी की तेजी आई है।

10. जीएमडीसी (GMDC)

इस शेयर में पिछले एक साल में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी करीब 0.7 फीसदी बढ़ी है। जून 2024 के अंत में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इसमें 1.6 फीसदी थी, जो जून 2025 के अंत में बढ़कर 2.3 फीसदी हो गई है। पिछले एक साल में इस शेयर ने करीब 10 फीसदी का रिटर्न दिया है।

यह भी पढ़ें- BEML Stock Split: दो टुकड़ों में बंट जाएगा इस डिफेंस कंपनी का शेयर, 5 साल में 550% दिया रिटर्न

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

Source: MoneyControl