रेलवे पीएसयू के शेयर प्राइस में हो रही थी 17 दिन से गिरावट, 200 रुपए से कम भाव वाले स्टॉक में खबरों से तेज़ी लौटी

शेयर मार्केट में सोमवार को तेज़ी देखी गई क्योंकि इंडेक्स हैवीवेट स्टॉक बेहतर तिमाही नतीजों के प्रभाव में बढ़त दिखा रहे हैं. एचडीफएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक ने इंडेक्स को ऊपर उठाया. इस बीच कुछ ऐसे स्टॉक भी तेज़ी में रहे, जिनमें कुछ खबर रही. रेलवे पीएसयू स्टॉक Ircon International Ltd में सोमवार को 4% की तेज़ी देखी गई.

Ircon International Ltd के शेयर प्राइस सोमवार को 195 रुपए के डे हाई पर पहुंच गए. इस कंपनी का मार्केट कैप 18.00 हज़ार करोड़ रुपए है. यह रेलवे पीएसयू हालांकि लॉन्ग टर्म में मल्टी बैगर रिटर्न दे चुका है, लेकिन पिछले एक साल में यह स्टॉक सुस्त है और 40% की गिरावट में है. कंपनी को अगर अगर कुछ और ऑर्डर मिलते हैं तो यहां से स्टॉक का टर्न अराउंड हो सकता है. इस रेलवे स्टॉक का पीई रेशो 34.76 है.
इरकॉन इंटरनेशनल ने अपने जॉइंट वेंचर के माध्यम से कुल 755.78 करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट हासिल किए. रेल विकास निगम (आरवीएनएल) ने एक परियोजना के लिए (70%) और जेपीडब्ल्यूआईपीएल (30%) के जॉइंट वेंचर कॉन्ट्रैक्ट का लेटर दिया. इस कॉन्ट्रैक्ट में इरकॉन की हिस्सेदारी 529.04 करोड़ रुपये है.

इरकॉन इंटरनेशनल का पिछले पांच सालों में रिटर्न 308% रहा है, जबकि पिछले एक साल से स्टॉक में 40% की गिरावट रही है. निचले लेवल पर स्टॉक वैल्यू इन्वेस्टिंग का मौका दे रहा है. शॉर्ट टर्म में देखें तो स्टॉक लगातार 17 ट्रेडिंग सेशन से गिर रहा है और अब 190 रुपए के प्राइस लेवल से सपोर्ट ले रहा है.
एक दूसरे अपडेट में मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने इरकॉन को मुंबई मेट्रो लाइन 5 प्रोजेक्ट पर काम करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया है. इस प्रोजेक्ट में 220 केवी रिसीविंग सबस्टेशन, 25 केवी ओवरहेड कैटेनरी सिस्टम, स्विचिंग स्टेशन,पावर डिस्ट्रिब्यूशन, स्काडा सिस्टम, लिफ्ट और एस्केलेटर लगाना और मैन्टेनेंस शामिल है. इस ठेके का मूल्य 471.29 करोड़ रुपए है.

चौथी तिमाही की अर्निंग रिपोर्ट

इरकॉन का शुद्ध लाभ 31 मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में साल-दर-साल 3.8% घटकर 246.8 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 256.5 करोड़ रुपये था. परिचालन से राजस्व 3,780.7 करोड़ रुपये से 1% घटकर 3,742.7 करोड़ रुपये रह गया.

एबिटा भी साल-दर-साल 56.3% घटकर 286.3 करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 656.2 करोड़ रुपये था.

Source: Economic Times