Stock Market: शेयर बाजार में 24 घंटे ट्रेडिंग की तैयारी! खास रिपोर्ट में जानिए

अब 24 घंटे ट्रेडिंग की संभावना पर विचार किया जा रहा है. ये छोटे निवेशकों की बढ़ती मांग और मोबाइल से ट्रेडिंग में तेजी को देखते हुए एक्सचेंज यह बड़ा कदम उठा सकता है. इससे दुनियाभर के बाजारों में एक नई ट्रेडिंग संस्कृति की शुरुआत हो सकती है.Financial Times की रिपोर्ट के मुताबिक, LSEG इस पर विचार कर रहा है कि क्या लंदन एक्सचेंज को राउंड-द-क्लॉक (24 घंटे) खोला जाए.छोटे और रिटेल निवेशकों की ओर से ट्रेडिंग घंटे बढ़ाने की मांग काफी तेज़ हो गई है.खासतौर पर मोबाइल और ऐप के ज़रिए निवेश करने वालों की संख्या में उछाल के बाद यह मांग और भी मजबूत हुई है.

क्या है मामला-
LSEG इस बात की जांच कर रहा है कि तकनीकी तैयारियां कितनी जरूरी होंगी? रेगुलेटरी बाधाएं क्या हो सकती हैं? सिक्योरिटी और रिस्क मैनेजमेंट कैसे बदले जाएंगे? यह चर्चा LSEG के नए प्रोडक्ट्स और सेवाओं को लेकर चल रही बड़ी रणनीति का हिस्सा है.

ग्लोबल ट्रेंड भी बदल रहा है

सिर्फ लंदन ही नहीं, बल्कि न्यूयॉर्क, नैस्डैक और Cboe जैसे बड़े अमेरिकी एक्सचेंज भी अपने ट्रेडिंग घंटे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
2025 की शुरुआत से NYSE और Nasdaq ने प्री-मार्केट और आफ्टर-मार्केट ट्रेडिंग विंडो को विस्तार देने के लिए रेगुलेटरी आवेदन दिए हैं.
अगर बाजार 24 घंटे खुला तो क्या होगा
अगर LSEG 24 घंटे ट्रेडिंग शुरू करता है, तो भारतीय समयानुसार भी शाम या रात में ट्रेडिंग करना संभव हो सकता है.इससे इंटरनेशनल पोर्टफोलियो वाले भारतीय निवेशकों को लचीलापन और बेहतर एंट्री-एग्ज़िट ऑप्शन मिल सकते हैं.लेकिन साथ ही ओवरट्रेडिंग और वोलैटिलिटी जैसी चुनौतियां भी बढ़ सकती हैं.
कुल मिलाकर-
LSEG की यह योजना अगर लागू होती है, तो यह दुनिया के बाजारों में नाइट ट्रेडिंग की नई शुरुआत हो सकती है. छोटे निवेशकों को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे ऐसे बदलाव यह दिखाते हैं कि ग्लोबल एक्सचेंज अब केवल इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स तक सीमित नहीं रहना चाहते. ऐसे में भारत जैसे देशों में भी इसकी शुरुआत पर चर्चाएं तेज हो सकती है.

Source: CNBC