प्राइवेट सेक्टर के IDFC फर्स्ट बैंक में करंट सी इनवेस्टमेंट्स बी.वी. की ओर से 9.99 प्रतिशत तक हिस्सेदारी खरीद का रास्ता भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी क्लियर कर दिया है। IDFC फर्स्ट बैंक ने शनिवार, 19 जुलाई को इस बारे में शेयर बाजारों को बताया। करंट सी इनवेस्टमेंट्स बी.वी., ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म वारबर्ग पिंकस की सहयोगी कंपनी है। इससे पहले इस निवेश को 3 जून को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी मिली थी।
करंट सी इनवेस्टमेंट्स ने IDFC First Bank में हिस्सेदारी खरीदने के लिए इस साल अप्रैल में CCI से मंजूरी मांगी थी। बता दें कि हाल ही में बैंक के शेयरहोल्डर्स ने करंट सी इनवेस्टमेंट्स की ओर से एक नॉन-रिटायरिंग बोर्ड मेंबर की नियुक्ति के खिलाफ मतदान किया है। केवल 64.1 प्रतिशत शेयरहोल्डर्स ने इस प्रपोजल के पक्ष में वोट डाले। प्रपोजल पास होने के लिए कॉरपोरेट गवर्नेंस मानदंडों के तहत 75 प्रतिशत वोट पक्ष में पड़ना जरूरी है।
वारबर्ग पिंकस और करने वाले हैं 7500 करोड़ रुपये का निवेश
इससे पहले, वारबर्ग पिंकस और अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) ने कंपल्सरीली कनवर्टिबल प्रिफरेंस शेयरों के जरिए IDFC फर्स्ट बैंक में संयुक्त रूप से 7500 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की थी। इस निवेश योजना के हिस्से के रूप में IDFC फर्स्ट बैंक, करंट सी इन्वेस्टमेंट्स को 81.26 करोड़ प्रिफरेंस शेयर जारी करने वाला है। वहीं 43.71 करोड़ शेयर ADIA के निवेश वाली प्लैटिनम इनविक्टस को इश्यू किए जाएंगे। दोनों ही मामलों में शेयरों को 60 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जारी किया जाएगा।
IDFC First Bank शेयर 3 महीनों में 16 प्रतिशत चढ़ा
IDFC First Bank Ltd में पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। शेयर की कीमत 73.07 रुपये है। शेयर 3 महीनों में 16 प्रतिशत चढ़ा है। बैंक का मार्केट कैप 53600 करोड़ रुपये के करीब है। शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 78.50 रुपये है, जो 4 जुलाई 2025 को क्रिएट हुआ। 52 सप्ताह का निचला स्तर 52.50 रुपये 7 अप्रैल 2025 को देखा गया।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
Source: MoneyControl