अगर आप अच्छी कमाई वाले शेयरों की तलाश में हैं तो आप हेल्थकेयर, फाइनेंशियल सर्विसेज और कंज्यूमर टेक्नोलॉजी सेक्टर में इनवेस्ट कर सकते हैं। पीएनबी मेटलाइफ के चीफ इनवेस्टमेंट अफसर संजय कुमार ने इन्हें हाई ग्रोथ वाले सेक्टर्स बताया है। मनीकंट्रोल से बातचीत में उन्होंने स्टॉक मार्केट्स और इकोनॉमी के बारे में कई खास बातें बताईं। उन्होंने कहा कि आरबीआई अगस्त में इंटरेस्ट रेट में कमी कर सकता है।
दूसरी छमाही में ऑटो सेक्टर का प्रदर्शन शानदार रहेगा
उन्होंने कहा कि इनफ्लेशन काफी नीचे आ गया है। इस बार मानसून की अच्छी बारिश की उम्मीद है। ऐसे में महंगाई काबू में रहने के आसार है। इनफ्लेशन आरबीआई के 3.7 फीसदी के अनुमान से कम रहेगा। इससे आरबीआई के पास अपनी मॉनेटरी पॉलिसी को नरम बनाने की गुंजाइश है। उन्होंने ऑटो सेक्टर के भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और शहरी दोनों में लोगों की खर्च करने योग्य इनकम बढ़ रही है। अगर यह ट्रेंड जारी रहता है तो इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ऑटो सेल्स की वॉल्यूम ग्रोथ डबल डिजिट में रह सकती है।
कंजम्प्शन डिमांड में दो साल बाद रिकवरी की उम्मीद
कुमार ने कहा कि बीते दो सालों में कंजम्प्शन सेक्टर पर हाई इनफ्लेशन और सुस्त पड़ती इकोनॉमिक ग्रोथ का असर पड़ा है। स्टेपल्स कैटेगरी पर थोड़ा कम असर पड़ा। लेकिन, क्यूएसआर, अपैरल और फुटवीयर पर ज्यादा असर दिखा। अब कंजम्प्शन डिमांड बढ़ने के आसार हैं। अच्छे मानसून से कृषि कार्य से जुड़े लोगों की इनकम बढ़ेगी। सरकार ने इनकम टैक्स में बड़ी राहत दी है। इसका भी पॉजिटिव असर पड़ेगा। अगर आरबीआई अगस्त में रेपो रेट में कमी करता है तो कर्ज और सस्ता होगा। इससे डिमांड बढ़ेगी।
हेल्थकेयर, फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में निवेश के मौके
उन्होंने कहा कि हेल्थकेयर, फाइनेंशियल सर्विसेज और कंज्यूमर टेक्नोलॉजी हाई ग्रोथ सेक्टर हैं। इनमें लंबे समय तक अच्छी ग्रोथ जारी रह सकती है। इन सेक्टर में निवेश के लिए बॉटम-अप एप्रोच अपनाया जा सकता है। हालांकि, इनमें से हर सेक्टर की ग्रोथ के ड्राइवर्स अलग-अलग हैं। हेल्थकेयर सेक्टर की ग्रोथ में हेल्थ इंश्योरेंस की बढ़ती पहुंच का हाथ होगा। इसके अलावा क्वालिटी हेल्थकेयर की डिमांड बढ़ रही है। मेडिकल टूरिज्म की ग्रोथ भी अच्छी है।
Source: MoneyControl