किन आंकड़ों पर बाजार की नजर
एक्सिस बैंक के नतीजों के बाद बाजार की नजर बैंक की एसेट क्वालिटी और स्लिपेजेस पर रहेगी. एक्सिस बैंक के इन आंकड़ों से बाजार की चिंता कुछ बढ़ी थी जिससे स्टॉक पर भी दबाव रहा. अब बाजार दूसरे बैंकों के नतीजों के आधार पर देखेगा कि एसेट क्वालिटी और ग्रोथ का इश्यू चुनिंदा बैंकों पर ही है या पूरे सेक्टर पर इसका असर है. इसके साथ बाजार नतीजों से आगे के संकेत भी तलाशने की कोशिश करेगी. इसमें डिमांड के संकेत और मार्जिन शामिल हैं.
कैसा रहा कारोबारी प्रदर्शन
बैंक ने हाल ही में तिमाही के बिजनेस अपडेट साझा किए हैं. बैंक की लोन ग्रोथ में और सुस्ती देखने को मिली है और ग्रोथ मार्च से स्तर से भी नीचे आई है जो कि पहले ही 7 तिमाही के निचले स्तर पर थी.
इस तिमाही में बैंक के एडवांस पिछले साल के मुकाबले केवल 5.1% बढ़े और पिछली तिमाही की तुलना में 2% गिरकर 2.41 लाख करोड़ पर पहुंच गए. वहीं, डिपॉजिट साल-दर-साल 4% बढ़कर ₹2.75 लाख करोड़ रहे, लेकिन मार्च तिमाही से 3% कम हो गए.
Yes Bank का क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात जून तिमाही के अंत में 87.5% रहा, जबकि मार्च में यह 86.5% और पिछले साल जून में 86.6% था. लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) इस तिमाही में बढ़कर 135.7% हो गया, जो पिछले तिमाही में 125% और पिछले वर्ष 137.8% था. बैंक का स्लिपेज रेशियो इस तिमाही में पिछले 10 तिमाहियों में सबसे कम रहा, जबकि नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पिछले आठ तिमाहियों में सबसे ऊँचे स्तर पर पहुंच गए.
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Source: CNBC