FII लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो घटकर केवल 15 फीसदी रह गया है, जो हाल के समय में सबसे कम है। एसबीआई सिक्योरिटीज के टेक्निकल एंड डेरिवेटिव रिसर्च हेड सुदीप का कहना है कि पिछले आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि जब भी एफआईआई लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात 15 फीसदी के नीचे जाता है तो बाजारों में अक्सर सीमित गिरावट देखने को मिली है। सुदीप शाह ने आगे कहा कि FII के वर्तमान लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात से उनके मंदी के रुख का स्पष्ट संकेत मिलता है। लेकिन उनके बेहद कम लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात से यह भी संकेत मिलता है कि बाजार इसके खराब प्रभाव का अधिकांश हिस्सा पहले ही पचा चुका है। ऐसे में अगर कोई पॉजिटिव ट्रिगर दिखता है तो बाजार में उछाल देखने को मिल सकता है।
उनका मानना है कि NMDC, केआईएमएस हॉस्पिटल (KIMS Hospital) और GMDC अगले कुछ कारोबारी सत्रों में अपनी तेजी जारी रख सकते हैं। उन्होंने कहा,”हाल के दिनों में तेज़ उछाल के बावजूद, केआईएमएस हॉस्पिटल और GMDC के मोमेंटम इंडीकेटर ओवरबॉट ज़ोन में नहीं हैं।”
बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी लगातार तीसरे हफ़्ते लाल निशान में बंद हुआ। ये बाज़ार में जारी मंदी के रुझान का संकेत है। वीकली चार्ट पर,इसने लोअर लो और लोअर लो लेवल वाली एक बियरिश कैंडल बनाई है, ये मंदी का संकेत है। 18 जुलाई को बीते सप्ताह के दौरान इंडेक्स ने अपने 20-डे ईएमए को फिर से हासिल करने के तीन प्रयास किए, लेकिन तीनों ही मौकों पर उसे असफलता का सामना करना पड़ा। अब यह 20-डे ईएमए से काफ़ी नीचे कारोबार कर रहा है और नीचे की ओर बढ़ने लगा है। इससे मंदी का रुझान और मज़बूत हो रहा है।
इसके अलावा 50-डे और 100-डो ईएमए का अपवर्ड स्लोप सपाट होना शुरू हो गया है। इससे मीडियम टर्म मोमेंट में सुस्ती आने के संकेत मिल रहे हैं। ईएमए स्लोप में यह मंदी तेजड़ियों के बीच बढ़ती अनिर्णय की स्तिथि और उनकी कमज़ोर होती ताकत का संकेत है। मोमेंटम इंडीकेटरों पर नजर डालें तो डेली आरएसआई 43 पर है। ये अप्रैल 2025 के बाद का इसका सबसे निचला स्तर है। इसके अलावा, आरएसआई अपने 9-डे एवरेज से नीचे कारोबार कर रहा है। ये दोनों ही गिरावट के दौर में हैं। इससे आगे और कमजोर आने के संकेत मिल रहे हैं।
सोमवार का कारोबारी सत्र निफ्टी के लिए अहम होगा क्योंकि दिग्गज कंपनियां शुक्रवार और शनिवार को बाज़ार बंद होने के बाद अपनी पहली तिमाही के नतीजे घोषित करेंगी। इन नतीजों पर होने वाली प्रतिक्रिया निकट भविष्य में बाजार को दिशा प्रदान करोंगी। इससे मौजूदा रुझान को बढ़ावा मिल सकता है या फिर बाजार की दिशा बदल भी सकती है।
अहम स्तरों की बात करें तो 24,940-24,900 का जोन निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट का काम करेगा क्योंकि यह 50-डे ईएमए स्तर और इसकी पिछली रैली (24,473-25,669) के 61.8% फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर का संगम है। अगर निफ्टी 24,900 के स्तर से नीचे चला जाता है,तो अगला बड़ा सपोर्ट 24,700 के स्तर पर होगा। ऊपर की ओर, 25,130-25,160 का जोन इंडेक्स के लिए तत्काल रेजिस्टेंस का काम करेगा।
कैसी रह सकती है बैंक निफ्टी की चाल
बैंकिंग बेंचमार्क इंडेक्स,बैंक निफ्टी में भी अपनी गिरावट का सिलसिला जारी रहा और ये लगातार तीसरे हफ़्ते लाल निशान में बंद हुआ। डेली चार्ट पर, शुक्रवार को यह राइजिंग वेज पैटर्न से टूट गया और अपने 20-डे ईएमए से भी नीचे फिसल गया,जो मंदी के बढ़ते दबाव का संकेत है।
तकनीकी नजरिए से देखें तो डेली आरएसआई की चाल काफी अहम है। हफ्ते के मध्य में गिरावट के बावजूद,डेली आरएसआई 60 के स्तर को पार करने में विफल रहा,जो आरएसआई रेंज शिफ्ट नियमों के अनुसार एक मंदी का संकेत है। वर्तमान में, आरएसआई 45 पर है,जो मार्च 2025 के बाद से इसका सबसे निचला स्तर है। ये बाजार में बढ़ती कमजोरी का संकेत है।
आगे 55,950-55,850 का 50-डे ईएमए जोन बैंक निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट का काम करेगा। अगर इंडेक्स 55,850 के स्तर से नीचे फिसल जाता है, तो अगला बड़ा सपोर्ट 55,300 के स्तर पर होगा। ऊपर की ओर 56,700-56,800 का 20-डे ईएमए जोन इंडेक्स के लिए एक अहम रेजिस्टेंस का काम करेगा।
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Source: MoneyControl