क्या दी है कंपनी ने जानकारी
बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार दोनों कंपनियां इस ज्वाइंट वेंचर में बराबर की यानि 50-50 फीसदी की भागीदारी रखेंगी. इस भागेदारी के जरिए जियो फाइनेंशियल की मजबूत क्षेत्रीय पकड़ और डिजिटल फुटप्रिंट को Allianz की अंतरराष्ट्रीय स्तर की रीइंश्योरेंस क्षमताओं के साथ लाकर भारतीय बाजार में उतारा जाएगा. इसके साथ ही ज्वाइंट वेंचर Allianz की भारतीय बाजार में पहले से मौजूद क्षमताओं का भी पूरा फायदा उठाएगा. इसके साथ ही जेवी को Allianz के ग्लोबल सेट अप जैसे प्राइसिंग, रिस्क सिलेक्शन और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट जैसी विशेषज्ञता का भी फायदा मिलेगा. Allianz की कंपनी Allianz Re पिछले 25 सालों से भारत में बीमा जोखिम को कवर कर रही है.
क्या है आगे की योजना
समझौते के बाद अब जेवी को अहम मंजूरियों का इंतजार है जिसके बाद नई कंपनी अपना काम शुरू करेगी. कंपनी के मुताबिक इस जेवी से पूरे इंश्योरेंस इकोसिस्टम को मजबूती हासिल होगी. दोनों कंपनियों ने भारत में जनरल इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस के लिए JV का भी समझौता किया है.
इस समझौते के बाद जियो फाइनेंशियल की नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि समृद्धि और जागरुकता बढ़ने के साथ भारत में बीमा की मांग तेज़ी से बढ़ रही है. Allianz के अनुभव और जियो फाइनेंशियल की भारतीय बाजार को लेकर समझ को मिलाकर हम बीमा कंपनियों के लिए नए और बेहतर रीइंश्योरेंस सॉल्यूशन लाएंगे.
वहीं Allianz SE के CEO ओलिवर बेट ने कहा कि हम जियो फाइनेंशिल सर्विसेज के साथ जुड़कर गर्व महसूस कर रहे हैं. इससे हम भारत के उन लोगों को विश्व स्तरीय सेवाएं देने में मदद करेंगे, जो अपने लिए अपने परिवार के लिए और कारोबार के लिए सही सुरक्षा तलाश रहे हैं. जियो फाइनेंशियल सर्विस के शेयर शुक्रवार को 0.5% गिरकर 316.4 रुपये पर बंद हुए.
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Source: CNBC