तिमाही के नतीजे
कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट 50 प्रतिशत बढ़कर 592 करोड़ रुपये हो गया. जबकि पिछले वर्ष की इस अवधि में यह नेट प्रॉफिट 396 करोड़ रुपये था. साथ ही, कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू में भी शानदार बढ़त दर्ज की गई. कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू इस तिमाही में 26 प्रतिशत बढ़कर 5,906 करोड़ रुपये हो गया, जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 4,698 करोड़ रुपये था.
हालाँकि, कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) पिछली तिमाही (वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही) की तुलना में 19% कम रहा, जब उसने 727 करोड़ रुपये कमाए थे. वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च तिमाही में कमाए गए 6,986 करोड़ रुपये की तुलना में इसका रेवेन्यू भी 15% कम रहा.
वायर बनाने वाली कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स मार्जिन वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 170 बेसिस प्वॉइंट्स बढ़कर 10.2 प्रतिशत हो गया.
कंपनी का EBITDA मार्जिन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 210 बेसिस प्वॉइंट्स बढ़कर 14.5% हो गया. कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, यह सुधार बेटर प्राइसिंग स्ट्रेटजी, अधिक एफिशिएंट ऑपरेशन और अलग-अलग बिजनेस सेगमेंट के अच्छे मिश्रण के कारण हुआ.
पॉलीकैब इंडिया ने प्रेस रिलीज में कहा कि यह वृद्धि मुख्य रूप से उसके वायर्स एंड केबल्स (W&C) बिजनेस के मजबूत प्रदर्शन के कारण हुई है. इसके अलावा, उसके फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स (FMEG) बिजनेस में भी अच्छी वृद्धि हुई है.
कंपनी के चैयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, इंदर टी. जयसिंघानी ने कहा कि उन्होंने वित्तीय वर्ष 2026 की शानदार शुरुआत की है और पहली तिमाही में अब तक का सबसे ज़्यादा रेवेन्यू और प्रॉफिट हासिल किया है.
उन्होंने कहा कि भारत में लगातार माँग के कारण उनके वायर और केबल बिजनेस का प्रदर्शन अच्छा रहा. पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में उनके अंतर्राष्ट्रीय बिजनेस में भी वृद्धि हुई. FMEG (फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स) सेगमेंट सकारात्मक गति से आगे बढ़ा और लगातार दूसरी तिमाही में प्रॉफिट कमाया. यह सफलता प्रीमियम प्रॉडक्ट्स पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और बिजनेस को अधिक कुशलता से चलाने से मिली.
Source: Economic Times