Share News: 5 साल में 60 से 400 के पार पहुंचा शेयर- अब किया ₹9000 करोड़ के प्लान का एलान- खुलते ही दिखेगा असर

ये कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर है.  देश की बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक है, जो पावर, रोड, मेट्रो और डिफेंस जैसे क्षेत्रों में प्रोजेक्ट्स बनाती है. कंपनी ने मुंबई में मेट्रो रेल और कई रोड प्रोजेक्ट्स को BOOT और BOT मॉडल पर पूरा किया है. साथ ही कंपनी पावर डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में भी सक्रिय है.रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने बड़ी पूंजी जुटाने की योजना बनाई है. कंपनी के बोर्ड ने 16 जुलाई 2025 को हुई बैठक में 6,000 करोड़ रुपये तक इक्विटी जुटाने और 3,000 करोड़ रुपये तक डिबेंचर जारी करने की मंजूरी मांगी है. यह कदम कंपनी की विस्तार योजनाओं के लिए अहम माना जा रहा है.

₹6,000 करोड़ तक जुटाने की योजना:
कंपनी Qualified Institutional Placement (QIP), Follow-on Public Offer (FPO) या अन्य माध्यमों से इक्विटी शेयर या इक्विटी लिंक्ड इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए यह राशि जुटाएगी.

₹3,000 करोड़ के डिबेंचर जारी करने का प्रस्ताव
रिलायंस इंफ्रा ने सिक्योर्ड/अनसिक्योर्ड, रिडीमेबल, नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर प्राइवेट प्लेसमेंट या अन्य माध्यम से जारी करने का प्रस्ताव भी पास किया है.

शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी
इन दोनों फंडरेजिंग प्रस्तावों को लागू करने से पहले कंपनी को अपने शेयरधारकों से जरूरी मंजूरी लेनी होगी.
लॉन्च की टाइमिंग बाद में तय होगी
इन फंडरेजिंग इंस्ट्रूमेंट्स की शर्तें और लॉन्च की तारीखें बाद में बोर्ड द्वारा तय की जाएंगी, जब शेयरधारकों की मंजूरी मिल जाएगी.
आपको बता दें कि बीते हफ्ते यानी 11 जुलाई को कंपनी ने एक्सचेंज पर बताया था कि क्रेडिट रेटिंग में जबरदस्त उछाल आया और कंपनी डिफॉल्ट की छवि से बाहर निकल गई है.  रेटिंग एजेंसी India Ratings and Research ने कंपनी की क्रेडिट रेटिंग को तीन पायदान बढ़ाकर ‘IND D’ से ‘IND B/Stable’ कर दिया है.
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Source: CNBC