Nifty Trade setup for July 17 : निफ्टी में 16 जुलाई को तेजी जारी रही। हालांकि इसमें 16 अकों की मामूली बढ़त ही देखने को मिली। सूचकांक ने 50% फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर (जून के निचले स्तर से उच्चतम स्तर तक) को बनाए रखने के बाद, 38.2% रिट्रेसमेंट स्तर (25,214) और 20-डे EMA(25,250) से ऊपर बंद होने का दो बार प्रयास किया। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक निफ्टी 25,250 से नीचे बना रहता है, तब तक कंसोलीडेशन जारी रह सकता है। इस कंसोलीडेशन में 25,100-25,000 सपोर्ट ज़ोन के रूप में काम करेंगे। हालांकि, अगर निफ्टी इन स्तरों से ऊपर मजबूती से बंद होने में कामयाब होता है तो 25,400 पर तत्काल रेजिस्टेंस (23.6% रिट्रेसमेंट) देखने को मिल सकता है। इसके बाद 25,550 पर अगला रेजिस्टेंस होगा
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 25,145, 25,113 और 25,062
पिवट प्वांइट पर आधारित रेजिस्टेंस : 25,247, 25,279 और 25,330
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रेजिस्टेंस : 57,257, 57,337 और 57,467
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 56,998, 56,918 और 56,789
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रेजिस्टेंस : 57,581, 58,250
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 57,034, 56,670
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
मंथली बेसिस पर 25,500 की स्ट्राइक पर 1.33 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
25,000 की स्ट्राइक पर 1.17 कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 56,000 की स्ट्राइक पर 13.7 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
56,000 की स्ट्राइक पर 23.14 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
फीयर इंडेक्स इंडिया VIX में कल एक और कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रही और ये 15 महीने के नए निचले स्तर पर पहुंच गया। कल यह 2.09 फीसदी गिरकर 11.24 पर आ गया जो 26 अप्रैल, 2024 के बाद से इसका सबसे निचला क्लोजिंग लेवल है। इससे बाजार में स्थिरता आती दिखी है।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
53 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 53 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
50 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 50 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
71 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 71 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
54 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 54 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 16 जुलाई को बढ़कर 0.92 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.88 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक : Angel One
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: Hindustan Copper
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: Glenmark Pharma, RBL Bank
Source: MoneyControl