Tech Mahindra Results for Q1FY26 : टेक महिंद्रा ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस बार मुनाफे और डील्स के मोर्चे पर कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा है. कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 34% बढ़कर 1,141 करोड़ रुपये पहुंच गया. वहीं डील्स यानी नए बिजनेस कॉन्ट्रैक्ट्स में सालाना आधार पर 44% की बढ़ोतरी देखने को मिली है. लेकिन कर्मचारियों की संख्या घटी है, जबकि एट्रिशन रेट बढ़ गया है. जानिए इन नतीजों की 5 अहम बातें, जो टेक महिंद्रा के निवेशकों और कर्मचारियों दोनों के लिए जरूरी हैं.
1. मुनाफे में बढ़ोतरी, खर्च पर कंट्रोल
टेक महिंद्रा ने इस तिमाही में 1,141 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 852 करोड़ रुपये था. कंपनी की कुल कमाई 2.7% बढ़कर 13,351 करोड़ रुपये रही. खास बात ये रही कि कंपनी ने खर्च पर कड़ी पकड़ बनाए रखी, जिससे ऑपरेटिंग मार्जिन भी बेहतर हुआ और नतीजों में मजबूती दिखी.
2. डील्स में ग्रोथ, अमेरिका से कमाई गिरी
इस तिमाही में टेक महिंद्रा ने 809 मिलियन डॉलर की डील्स हासिल कीं, जो पिछले साल की तुलना में 51% ज्यादा हैं. कंपनी को अमेरिका, यूके और जापान जैसे बाजारों में बड़ी परियोजनाएं मिली हैं, खासकर टेलीकॉम, मैन्युफैक्चरिंग और इंश्योरेंस सेक्टर में. हालांकि अमेरिका से कमाई में 5.9% की गिरावट देखने को मिली, जो कुछ चिंता की बात हो सकती है.
3. ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार
कंपनी का EBIT मार्जिन 11.1% और PAT मार्जिन 8.5% तक पहुंच गया है. CFO रोहित आनंद के मुताबिक, ये लगातार सातवीं तिमाही है जब मार्जिन में सुधार हुआ है. इसके पीछे कंपनी की ‘Project Fortius’ नाम की रणनीति है, जिसका मकसद लागत नियंत्रण और ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार लाना है.
4. हेडकाउंट में गिरावट, एट्रिशन रेट बढ़ा
जहां एक तरफ बिजनेस में मजबूती देखने को मिली, वहीं कंपनी ने हेडकाउंट में कटौती की है. IT विभाग में कर्मचारियों की संख्या 79,987 हो गई है, जो पिछले साल की तुलना में 430 कम है. एट्रिशन रेट यानी नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों का अनुपात 12.6% तक पहुंच गया, जो पिछली तिमाही से ज्यादा है. सेल्स और सपोर्ट टीम में भी कर्मचारियों की संख्या में कटौती की गई है.
5. डिविडेंड का एलान नहीं
टेक महिंद्रा ने इस तिमाही में कोई डिविडेंड घोषित नहीं किया है. हालांकि पिछली साल कंपनी ने कुल 45 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड दिया था. हालांकि कैश-फ्लो के मामले में कंपनी की स्थिति अब भी मजबूत है. Q1FY26 में कंपनी ने 86 मिलियन डॉलर का फ्री कैश फ्लो जनरेट किया और इसके पास 8,072 करोड़ रुपये के कैश और कैश इक्विवैलेंट्स मौजूद हैं.
Source: Financial Express