IPO में नहीं लगाया था पैसा तो अब है मौका, करंट प्राइस से लक्ष्‍मी डेंटल का स्‍टॉक दे सकता है 75% रिटर्न

Laxmi Dental Stock Price : इस साल जनवरी महीने में आए लक्ष्मी डेंटल के आईपीओ में पैसा नहीं लगाया था या बोली लगाने के बाद भी शेयर नहीं मिले थे, तो अब निवेश का बेहतरीन मौका है. लक्ष्मी डेंटल का स्टॉक अपने आईपीओ प्राइस के आस पास ही ट्रेड कर रहा है और आल टाइम हाई से खासे डिस्काउंट पर है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने शेयर पर खरीदारी की सलाह (Stock Market Investment) दी है और बुल केस में करंट प्राइस से 75 फीसदी तेजी का अनुमान जताया है. नॉर्मल केस में भी ये स्टॉक 26 फीसदी तेजी दिखा सकता है. 

लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ प्राइस 428 रुपये था और यह 20 जनवरी 2025 को लिस्ट हुआ और उस दिन 551 रुपये पर बंद हुआ. यानी लिस्टिंग डे पर 29 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ. अभी यह फिर 428 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है. जबकि इसका हाई 584 रुपये है. 

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ब्रोकरेज हाउस क्‍यों है पॉजिटिव 

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि लक्ष्‍मी डेंटल (Laxmi Dental) भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी है, जो दांतों से जुड़ी सभी सेवाएं और उत्पाद एक ही जगह पर प्रोवाइड कराती है. यह कंपनी 320 शहरों में 22,000 से ज़्यादा क्लीनिक में मौजूद है और 90 से ज्‍यादा देशों को अपना सामान निर्यात करती है. इसका कारोबार कस्टम लैब, क्लियर अलाइनर (दांत सीधा करने वाले उपकरण), और बच्चों से जुड़ी डेंटल प्रोडक्ट्स तक फैला है, और ये सभी सेग्‍मेंट तेजी से बढ़ रहे हैं.

डिजिटल डेंटिस्ट्री को जल्दी अपनाने और प्रीमियम उत्पादों पर ध्यान देने की वजह से कंपनी की कमाई 140 करोड़ रुपये (FY22) से बढ़कर 240 करोड़ रुपये (FY25) हो गई. साथ ही EBITDA मार्जिन 17.5% तक पहुंच गया. FY25 में कंपनी का मुनाफा 26.2 करोड़ रुपये रहा है.  FY25-27 के लिए कमाई, EBITDA और मुनाफा में अनुमानित सालाना बढ़ोतरी 24%, 48% और 62% है.

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ब्रोकरेज (Motilal Oswal) का कहना है कि इसका कोई लिस्टेड प्रतिस्पर्धी नहीं है और डेंटल सेक्टर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है, इसलिए कंपनी को 43x के फॉरवर्ड P/E पर वैल्यू देते हुए BUY रेटिंग के साथ 540 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, यानी मौजूदा भाव से 26% ऊपर. हालांकि बुल केस में स्‍टॉक 750 रुपये तक जा सकता है (50x फॉरवर्ड PE के आधार पर), जो कि मौजूदा भाव से 75% ऊपर है.

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नए मौके

ब्रोकरेज का कहना है कि हेल्थकेयर सर्विस सेक्टर तेजी से बदल रहा है. अब कंपनियां खास इलाज (थैरेपी) पर ध्यान देती हैं और फिर उस पर आधारित एक पूरा सिस्टम (इकोसिस्टम) बनाती हैं. ऐसी खास सेवाएं मरीजों के लिए फायदेमंद होती हैं और कंपनियों को भी फायदा देती हैं, जिससे उन्हें लंबी अवधि में टिके रहने की मजबूत ताकत मिलती है. 

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लक्ष्‍मी डेंटल ने डेंटल के क्षेत्र में एक मजबूत सिस्टम तैयार किया है, जो हर उम्र के मरीजों की जरूरतों को पूरा करता है और दंत चिकित्सकों (डेंटल प्रैक्टिशनर्स) की कार्यक्षमता भी बढ़ाता है. तकनीक के इस्तेमाल से कंपनी के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नए मौके खुले हैं. इसके साथ ही, सेलिब्रिटी ब्रांड एंबेसडर का उपयोग करने से कंपनी ने अपने क्लियर अलाइनर सेगमेंट में विस्तार किया है.

बुल केस में क्‍या होगा 

अगर घरेलू बाजार में तेजी से विस्तार होता है, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कारोबार का दायरा बढ़ता है, और अलाइनर प्रोडक्ट्स की अच्छी बिक्री होती है, तो कंपनी की कमाई में 37% सालाना बढ़ोतरी, मार्जिन में 750 बेसिस पॉइंट की बढ़त, और मुनाफे (PAT) में 79% सालाना बढ़ोतरी हो सकती है. इस स्थिति में शेयर का टारगेट प्राइस 750 रुपये हो सकता है (50x फॉरवर्ड PE के आधार पर), जो कि मौजूदा भाव से 75% ऊपर है.

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बियर केस में क्‍या होगा 

अगर घरेलू लैब बिजनेस की ग्रोथ धीमी रहती है, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में DSO (डायरेक्‍ट सेल्‍स ऑर्गेनाइजेशन) से कॉन्ट्रैक्ट धीरे-धीरे आते हैं, और अलाइनर बिजनेस में मार्केटिंग का असर कम होता है, तो कमाई में सिर्फ 10% सालाना बढ़त, मार्जिन में 270 बेसिस पॉइंट की बढ़त हो सकती है. इस स्थिति में टारगेट प्राइस 360 रुपये रह सकता है (40x फॉरवर्ड PE के आधार पर), यानी मौजूदा कीमत से 16% नीचे.

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कंपनी के साथ रिस्‍क फैक्‍टर्स 

अगर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उत्पादों को लॉन्च या रजिस्टर कराने की मंजूरी मिलने में देरी होती है, तो इससे कंपनी की कमाई पर असर पड़ सकता है. 

अगर पूरी इंडस्ट्री में नई तकनीकें धीरे अपनाई जाती हैं, तो इससे कंपनी की प्रतिस्पर्धा में स्थिति कमजोर हो सकती है.

अगर डेंटिस्ट्स तक कंपनी की पहुंच धीरे-धीरे बढ़ती है, तो इसका घरेलू लैब बिजनेस उतनी तेजी से नहीं बढ़ पाएगा.

अगर क्राउन/ब्रिज जैसे उत्पादों की जगह बेहतर डेंटल सॉल्यूशंस आ जाते हैं, तो कुल मांग घट सकती है और इसका असर कंपनी के कारोबार पर पड़ सकता है.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

Source: Financial Express