पहली तिमाही में ऑइल मार्केटिंग कंपनियां कमाई में तेज़ सुधार कर सकती हैं और साथ ही कुछ और कंपनियों के अपने मुनाफे को दोगुना करने की उम्मीद है.
चार पीएसयू सहित ग्यारह कंपनियों के जून तिमाही के मुनाफे को दोगुना करने का अनुमान है, जिसमें 2,500% तक की वृद्धि होगी. ऑइल मार्केटिंग कंपनियां इस तेजी में सबसे आगे हैं. इस अर्निंग मोमेंटम को एक स्टेबल फेज़ की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.
आइए देखते हैं, वे कंपनियां जो इस तिमाही में दमदार वित्तीय नतीजे पेश कर सकती हैं.
Indian Oil Corporation Ltd
इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड याने आईओसीएल के मुनाफे में सालाना आधार पर 276.2% की ग्रोथ का अनुमान है. कोटक का कहना है कि बीपीसीएल और एचपीसीएल के विपरीत पिछली तिमाही में हुई मज़बूत बढ़त के बाद आकस्मिक घाटे के कारण आईओसीएल के रिफाइनिंग जीआरएम में तिमाही-दर-तिमाही गिरावट आने की उम्मीद है.
Hindustan Petroleum Corp Ltd
एचपीसीएल से कर-पश्चात लाभ में 1,336.4% की वार्षिक ग्रोथ की उम्मीद है. कोटक के अनुसार एचपीसीएल के EBITDA में तेज़ी से वृद्धि होने का अनुमान है. तिमाही-दर-तिमाही 49% और कम आधार पर साल-दर-साल 4.1 गुना बढ़ोतरी. रिफाइनिंग मार्जिन में तिमाही-दर-तिमाही सुधार की संभावना है, लेकिन मार्केटिंग से ज़्यादा महत्वपूर्ण प्रभाव की उम्मीद है.
Steel Authority of India Ltd
स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया याने सेल के एडजस्टेड टैक्स के बाद प्रॉफिट में सालाना आधार पर 375.5% की ग्रोथ की उम्मीद है. कोटक का अनुमान है कि प्रति टन EBITDA बढ़कर 7,802 रुपये हो जाएगा, जो सालाना आधार पर 41% और तिमाही-दर-तिमाही 49% की वृद्धि दर्शाता है. इसका श्रेय कोकिंग कोल की कम लागत और स्टील की कीमतों में सुधार को दिया जा सकता है.
Bharat Petroleum Corporation Ltd
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन याने बीपीसीएल के टैक्स के बाद प्रॉफिट में 150.4% की वार्षिक ग्रोथ का अनुमान है. कोटक के अनुसार, EBITDA में 111% वार्षिक और 53% तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि का अनुमान है. रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार की उम्मीद है, लेकिन लाभ मुख्यतः मार्केटिंग क्षेत्र से आने की संभावना है.
पारादीप फॉस्फेट्स
पारादीप फॉस्फेट्स 2,571.2% वार्षिक लाभ वृद्धि के साथ इस लिस्ट में टॉप पर है. एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के अनुसार कंपनी को 42% राजस्व वृद्धि दर्ज करने का अनुमान है, जिसे घरेलू बाजार में डीएपी की कमी के बीच 30% की मात्रा वृद्धि से बल मिलेगा. पीएटी याने टैक्स के बाद प्रॉफिट एक साल पहले के 54 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,437 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है.
एमआरपीएल
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, एमआरपीएल के सालाना आधार पर 838.7% टैक्स के बाद (पीएटी) वृद्धि दर्ज करने का अनुमान है. इन्वेंट्री घाटे को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट किया गया जीआरएम $7.5/बैरल होगा. हालांकि यह भी हो सकता है कि अन स्टेबल मैक्रो परिवेश के कारण हाई वैल्यूएशन चिंता का विषय बना हुआ है.
लॉरस लैब्स
कोटक के अनुसार लॉरस लैब्स द्वारा वर्ष-दर-वर्ष 875.5% टैक्स के बाद प्रॉफिट ग्रोथ दर्ज करने का अनुमान है. कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में फ़ॉर्मूलेशन की बिक्री में वर्ष-दर-वर्ष 42% की वृद्धि होगी, जबकि गैर-एआरवी फ़ॉर्मूलेशन में वर्ष-दर-वर्ष 25% की वृद्धि होगी. हालांकि सीडीएमओ की बिक्री में क्रमिक रूप से 5% की गिरावट आ सकती है, लेकिन इसमें वर्ष-दर-वर्ष 106% की वृद्धि होने की उम्मीद है. तिमाही-दर-तिमाही 11% की गिरावट के बावजूद, कुल कर-पश्चात लाभ वृद्धि 28% रहने का अनुमान है.
Source: Economic Times