Q1 रिजल्ट्स के बाद Ola के शेयरों पर टूट पड़े निवेशक, 15% का उछाल

शेयर बाजार में सोमवार को बिकवाली के बीच इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में बंपर उछाल आया है। इसके शेयर आज 15 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज किए हैं। ओला के शेयरों ने आज के कारोबार में 46.69 रुपये के स्तर पर अपना इंट्राडे लाई बनाए, जबकि शुक्रवार को 39.80 रुपये के लेवल पर बंद हुए थे। हालांकि, दोपहर 12:51 बजे 45.91 रुपये के लेवल पर कारोबार कर रहे थे। ओला के शेयरों में यह उछाल कंपनी की ओर से वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे पेश करने के तुरंत बाद आया है।

तिमाही आधार पर कम हुआ घाटा

दरअसल, ओला इलेक्ट्रिक ने फाइनेंशियल ईयर 2026 की पहली तिमाही में 428 करोड़ रुपये का लॉस दर्ज किया है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में 347 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। हालांकि, मार्च तिमाही 870 करोड़ रुपये के घाटे के मुकाबले यह बेहद कम है। यानी तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनी का प्रदर्शन बेहतर हुआ है।

मार्जिन में बढ़ोतरी से खरीददारी हावी

इसके अलावा, कंपनी की ऑपरेशनल इनकम सालाना आधार पर 49.6% घटकर 828 करोड़ रुपये रह गई, जबकि बीते साल की पहली तिमाही में यह 1,644 करोड़ रुपये थी। लेकिन मार्च 2025 तिमाही के 611 करोड़ के मुकाबले में इसमें सुधार देखा गया। इस सुधार और मार्जिन में बेहतरी ने निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।

व्हीकल डिलीवरी में गिरावट

बता दें कि रिपोर्ट की गई तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक ने केवल 68,192 व्हीकल्स की डिलीवरी की। वहीं, पिछले साल की जून तिमाही में 1,25,198 यूनिट्स की डिलीवरी की थी। लेकिन कंपनी का ग्रॉस मार्जिन 18.4% से बढ़कर 25.8% हो गया। यह कंपनी की कॉस्ट कंट्रोल और ऑपरेशनल दक्षता में सुधार का परिणाम है। कंपनी ने इस बढ़त का श्रेय अपनी Gen 3 बिल ऑफ मैटेरियल्स (BOM) लागत में कमी, वर्टिकल इंटीग्रेशन, और इन-हाउस टेक्नोलॉजी को दिया।

कंपनी ने शेयरधारकों से कही ये बात

कंपनी ने अपने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, ‘यह हमारा अब तक का सबसे अच्छा ग्रॉस मार्जिन प्रदर्शन है। यह Gen 3 BOM लागत में कमी, वर्टिकल इंटीग्रेशन, और इन-हाउस टेक्नोलॉजी पर हमारे फोकस का रिजल्ट है। यह ट्रेंड अगली कुछ तिमाहियों में भी जारी रहेगा। हमारा टार्गेट FY26 के आखिर तक ग्रॉस मार्जिन को 35-40% तक ले जाना है, जिसमें PLI स्कीम के तहत मिलने वाले फायदे शामिल होंगे। इससे प्रति वाहन 40,000 रुपये से 45,000 रुपये का मार्जिन मिलने की उम्मीद है।’

डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

Source: Mint