Avenue Supermarts Shares: D-Mart के कमजोर नतीजे पर क्या करें निवेशक? शेयर बेच दें या आएगी रैली?

Avenue Supermarts Q1 Results: डी-मार्ट (D-Mart) के रिटेल चेन चलाने वाली एवेन्यू सुपरमार्ट्स के लिए चालू वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत खास नहीं रही। ब्रोकरेज फर्मों की बात करें तो कंपनी के प्रोविजनल आंकड़ों पर मिला-जुला रुझान जारी किया था और कंपनी ने ये आंकड़े 2 जुलाई को जारी किए थे। अब कंपनी के आंकड़े आए हैं जिसके मुताबिक अप्रैल-जून 2025 में सालाना आधार पर रेवेन्यू में 16% से अधिक उछाल तो रहा लेकिन प्रॉफिट लगभग फ्लैट रहा तो ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन में भी दबाव दिखा। कंपनी ने जून तिमाही के कारोबारी नतीजे शुक्रवार 11 जुलाई को इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद जारी किया था।

शुक्रवार को इसके शेयर बीएसई पर 2.49% की गिरावट के साथ ₹4,063.90 पर बंद हुए थे। इंट्रा-डे में तो यह 3.03% फिसलकर ₹4041.70 के भाव तक आ गया था। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 24 सितंबर 2024 को बीएसई पर यह एक साल के हाई ₹5,484.00 और 3 मार्च 2025 को यह एक साल के निचले स्तर ₹3,337.10 पर था।

Avenue Supermarts (D-Mart) के लिए कैसी रही जून तिमाही?

डी-मार्ट की पैरेंट कंपनी का जून तिमाही में कंसालिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर 16.3% उछलकर ₹16,359.7 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान शुद्ध मुनाफा लगभग फ्लैट रहा और ₹773.68 करोड़ से हल्का-सा उछलकर ₹772.81 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान ऑपरेटिंग प्रॉफिट 6.4% बढ़कर ₹1,299 करोड़ पर पहुंच गया लेकिन प्रोडक्ट मिक्स में बदलाव और इनपुट कॉस्ट यानी लागत में उछाल के चलते ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 8.68% से फिसलकर 7.94% पर आ गया।

क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान?

जून के कारोबारी अपडेट में कंपनी ने पहले ही खुलासा किया था कि इसका स्टैंडएलोन रेवेन्यू सालाना आधार पर 16% की रफ्तार से बढ़ा है। यह मार्केट की उम्मीदों से कमजोर रहा। कारोबारी अपडेट में कंपनी ने खुलासा किया था कि जून तिमाही में इसके 9 स्टोर खुले हैं और अब इसके कुल 424 स्टोर हो गए हैं। इस कारोबारी अपडेट पर ब्रोकरेज फर्मों का मिला-जुला रुझान था।

मैक्वेरी ने इसे ₹3000 के टारगेट प्राइस अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी। मैक्वेरी का कहना है कि जून तिमाही में कंपनी की बिक्री हल्की सुस्त रही लेकिन स्टोर की संख्या में अच्छी बढ़ोतरी हुई। गोल्डमैन सैक्स ने मार्जिन सिकुड़ने और क्विक कॉमर्स कंपनियों से बढ़ते कॉम्पटीशन के चलते ₹3400 के टारगेट प्राइस पर इसे सेल रेटिंग और मॉर्गन स्टैनले ने ₹3260 के टारगेट प्राइस पर अंडरवेट रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया। वहीं दूसरी तरफ अनुमान से 2% कम रेवेन्यू हासिल होने पर भी सीएलएसए ने इसकी आउटपरफॉर्म रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया और ₹5549 का टारगेट प्राइस फिक्स किया है।

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Source: MoneyControl