मंडे को क्वार्टर रिजल्ट
आगामी सोमवार के दिन कंपनी अपने फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून का रिजल्ट जारी करने जा रही है अगर जून क्वार्टर रिजल्ट अनुमान से बेहतर रहता है तो Ola Electric Mobility Ltd कंपनी के शेयरों में रिकवरी की संभावना बढ़ जाएगी। दूसरी तरफ अगर जून क्वार्टर रिजल्ट कमजोर रहता है तो शेयर में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है।
कब से बढ़ी है गिरावट
खास बात यह है कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में गिरावट पिछले मार्च क्वार्टर रिजल्ट के बाद से देखने को मिल रही है। जिसमें कंपनी का परफॉर्मेंस निराशाजनक था। आंकड़ों की माने तो फाइनेंशियल ईयर 2025 के मार्च क्वार्टर में ओला कंपनी का नेट लॉस 870 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया था जोकि 1 साल पहले के यानी फाइनेंशियल ईयर 2024 के मार्च क्वार्टर में 416 करोड रुपए के लेवल पर था। वहीं दूसरी तरफ पिछले मार्च क्वार्टर में कंपनी के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 62% की गिरावट रिपोर्ट हुई है जिसके चलते रेवेन्यू फिसल करके 611 करोड़ रुपए के लेवल पर चला गया था।
इलेक्ट्रिक व्हीकल डिलीवरी में भी गिरावट
ओला इलेक्ट्रिक के व्हीकल डिलीवरी में भी गिरावट रिपोर्ट हुई है आंकड़ों में बात करें तो बीते मार्च क्वार्टर में ओला कंपनी ने कुल 51375 यूनिट व्हीकल की डिलीवरी किया है।
शेयर पर टेक्निकल एक्सपर्ट की राय
ओला इलेक्ट्रिक शेयर के टेक्निकल मोर्चे पर नजर डालें तो बोंनजा पोर्टफोलियो के टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट ध्रूमिल विठलानी कहते हैं कि ओला इलेक्ट्रिक शेयर इस समय अपने ऑल टाइम लो लेवल के नीचे कारोबार कर रही है जिसके साथ शेयर में स्ट्रांग वॉल्यूम सपोर्ट भी नजर आ रहा है जो पूरी तरह से शेयर में बियरिश सेटअप की पुष्टि कर रही है। ओला इलेक्ट्रिक शेयर का RSI 30 के नीचे है जो दिख रहा है कि ओला शेयर ओवरसोल्ड टेरिटरी में जा चुका है यानी कि शेयर में बहुत अधिक बिकवाली हो गई है।
ध्रूमिल आगे कहते हैं कि शॉर्ट टर्म में ओला इलेक्ट्रिक शेयर में बाउंस बैक की संभावना को इनकार नहीं किया जा सकता है हालांकि व्यापक तौर पर शेयर में अभी भी नेगेटिव ट्रेंड बना रहेगा जब तक की स्टॉक ₹45 के लेवल को टच कर नहीं लेता। अगर शेयर में किसी भी प्रकार की रिकवरी आती है तो उस मौके को सेलिंग अपॉर्चुनिटी के तौर पर देखना चाहिए शेयर पर नीचे की तरफ 38 रुपए का टारगेट प्राइस सेट करना चाहिए।
दूसरे एनालिस्ट में क्या कहा
चॉइस ब्रोकिंग के इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट Mandar Bhojane का कहना है कि अगर आप ओला शेयर में ट्रेडिंग स्ट्रेटजी से जाना चाहते हैं तो फिलहाल यहां पर फ्रेश खरीदारी के लिए नहीं जाना चाहिए जब तक की रिवर्सल का कंफर्मेशन ना मिल जाए। दूसरी तरफ इन्वेस्टर के लिए अगर आप ओला के शेयर को ऑलरेडी अपने पोर्टफोलियो में रखे हुए हैं तो इसे होल्ड करना ही बेहतर रहेगा ध्यान रहे शेयर के निचले स्तर 35 रुपए पर स्टॉप लॉस लगा ले शेयर के वर्तमान स्ट्रक्चर को देखने के बाद यहां पर फ्रेश लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की सलाह नहीं रहेगी।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times