यह गिरावट ऑवरऑल मार्केट में भी देखने को मिली. जिससे मिडकैप इंडेक्स में 0.65 प्रतिशत की गिरावट और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.70 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.
इस दौरान, बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप पिछले सेशन के 460 लाख करोड़ रुपये से घटकर 456.5 लाख करोड़ रुपये हो गया. इससे निवेशकों को एक ही दिन में लगभग 3.5 लाख करोड़ का नुकसान का सामना करना पड़ा.
ये रहे टॉप गेनर और लूजर्स
निफ्टी 50 के टॉप गेनर की बात करें, तो इसमें सबसे टॉप पर हिंदुस्तान यूनीलिवर का स्टॉक रहा, जिसमें 4.62 प्रतिशत की तेज़ी देखी गई. इसके बाद एसबीआई लाइफ में 1.39 प्रतिशत की तेज़ी, एक्सिस बैंक में 0.82 प्रतिशत की तेज़ी, कोटक बैंक में 0.77 प्रतिशत की तेज़ी, इंडसइंड बैंक में 0.71 प्रतिशत की रफ्तार देखने को मिली.
वहीं निफ्टी 50 के टॉप लूजर्स में सबसे ज़्यादा नुकसान टीसीएस को हुआ, जिसमें 3.43 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. इसके बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा में 2.83 प्रतिशत की गिरावट, बजाज ऑटो में 2.64 प्रतिशत की गिरावट, विप्रो में 2.55 प्रतिशत की गिरावट और हीरो मोटोकॉर्प में 2.38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
सेक्टोरल इंडेक्स
वैसे तो सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट देखी गई, लेकिन इसके बावजूद निफ्टी फार्मा में 0.68 प्रतिशत की तेज़ी और निफ्टी एफएमसीजी में 0.51 प्रतिशत की रफ्तार देखने को मिली.
सबसे ज्यादा नुकसान निफ्टी कैपिटल मार्केट को हुआ, जो 2.03 प्रतिशत तक लुढ़क गया. इसके बाद निफ्टी इंडिया डिफेंस में भी 1.94 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली.TCS के खराब तिमाही नतीजों के कारण निफ्टी आईटी में भी 1.78 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. निफ्टी ऑटो में 1.77 प्रतिशत की गिरावट, निफ्टी मीडिया में 1.60 प्रतिशत की गिरावट और निफ्टी ऑयल एंड गैस में 1.26 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली.
Source: Economic Times