शेयर 10 जुलाई को 2,752.90 रुपये के बंद भाव के मुकाबले 2,794.20 रुपये पर खुला. इसके बाद शेयर 6 फीसदी टूटकर 2,555 रुपये के नीचे आ गया.
तीन महीने में शेयर ने 80 फीसदी का रिटर्न दिया है. एक साल में 6 फीसदी और तीन साल में शेयर का रिटर्न 576 फीसदी का है. कंपनी की मार्केट कैप 1500 करोड़ रुपये है.
Eimco Elecon (India) Ltd कंपनी क्या काम करती है- एक भारतीय कंपनी है, जो खासकर खनन (Mining) और कंस्ट्रक्शन के लिए भारी मशीनरी बनाती है.
कंपनी ने 1974 में शुरुआत की थी और 1992 में शेयर बाज़ार में गई.अंडरग्राउंड और ऑपेन-कास्ट माइनिंग के लिए मशीनें जैसे Load‑Haul Dumpers (LHDs), Side Dump Loaders, Rocker Shovel Loaders, और Coal Haulers.Piling rigs, transit mixers, और concrete batching plants भी शामिल हैं.इसके अलावा कंपनी अपने उत्पादों के स्पेयर पार्ट्स, इंजीनियरिंग सेवाएँ, और निर्यात भी करती है ।
एक्सचेंज पर जारी नतीजे बताते है…
कैटेगरी | Q1FY26 (अप्रैल-जून 2025) | Q1FY25 (अप्रैल-जून 2024) | अंतर |
नेट प्रॉफिट (टैक्स के बाद मुनाफा) | ₹145 करोड़ | ₹148 करोड़ | ₹3 करोड़ |
EBITDA (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) | ₹123 करोड़ | ₹151 करोड़ | ₹28 करोड़ |
EBITDA मार्जिन | 18.22% | 21.60% | 3.38% |
माइनिंग मशीनरी बनाने वाली कंपनी Eimco Elecon (India) Ltd. ने अप्रैल-जून 2025 (Q1FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस बार कंपनी का मुनाफा, EBITDA और मार्जिन तीनों में गिरावट देखने को मिली है.
कैटेगिरी | अप्रैल-जून 2025 | अप्रैल-जून 2024 | अंतर |
ऑपरेशन से आमदनी | ₹67.57 करोड़ | ₹69.72 करोड़ | ₹2.15 करोड़ |
अन्य आमदनी | ₹8.09 करोड़ | ₹5.27 करोड़ | ₹2.82 करोड़ |
कुल आमदनी | ₹75.66 करोड़ | ₹74.99 करोड़ | ₹0.67 करोड़ |
कंपनी की आमदनी बढ़ी है, लेकिन खर्चों में भी बढ़ोतरी हुई है, खासतौर पर इन्वेंटरी और अन्य खर्चों में. मुनाफा पिछले साल से थोड़ा कम है, जो शायद कुछ ऑपरेशनल बदलावों या लागत में बढ़ोतरी की वजह से हुआ है.
खर्च का प्रकार | अप्रैल-जून 2025 | अप्रैल-जून 2024 | अंतर |
रॉ मटेरियल | ₹14.65 करोड़ | ₹29.61 करोड़ | ↓ ₹14.96 करोड़ |
स्टॉक इन ट्रेड | ₹2.80 करोड़ | ₹3.96 करोड़ | ↓ ₹1.16 करोड़ |
इन्वेंटरी बदलाव | ₹10.76 करोड़ | ₹(0.09) करोड़ | ↑ ₹10.85 करोड़ |
मैन्युफैक्चरिंग खर्च | ₹2.22 करोड़ | ₹1.75 करोड़ | ↑ ₹0.47 करोड़ |
कर्मचारियों की सैलरी | ₹5.60 करोड़ | ₹4.71 करोड़ | ↑ ₹0.89 करोड़ |
फाइनेंस खर्च | ₹0.12 करोड़ | ₹0.19 करोड़ | ↓ ₹0.07 करोड़ |
डिप्रिसिएशन | ₹1.87 करोड़ | ₹1.78 करोड़ | ↑ ₹0.09 करोड़ |
डिस्ट्रीब्यूटर कम्पनसेशन | ₹7.78 करोड़ | ₹9.20 करोड़ | ↓ ₹1.42 करोड़ |
अन्य खर्चे | ₹11.45 करोड़ | ₹5.51 करोड़ | ↑ ₹5.94 करोड़ |
कुल खर्च | ₹57.25 करोड़ | ₹56.63 करोड़ | ↑ ₹0.62 करोड़ |
कंपनी मुनाफे में है, लेकिन ऑपरेटिंग स्तर पर दबाव बढ़ा है—इसका मतलब लागतें बढ़ रही हैं.
EBITDA और मार्जिन में गिरावट से संकेत मिलता है कि बिक्री पर मुनाफा कम हो रहा है, यानी प्राइसिंग पावर घटा है या खर्च बढ़े हैं.
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Source: CNBC