Reliance Jio IPO Postpones: मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाले रिलायंस ग्रुप की टेलीकॉम और डिजिटल कंपनी रिलायंस जियो को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। रिलायंस ग्रुप ने इसके मच अवेटेड आईपीओ के प्लान को टाल दिया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अभी सार्वजनिक पेशकश की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए बैंकरों की नियुक्ति तक नहीं की है। इसके अलावा, सेकेंड्री मार्केट में लिस्टिंग को लेकर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। पहले उम्मीद जताई जा रही है कि रिलायंस जियो का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जिसकी वैल्यूएशन 8.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है। लेकिन, अब कंपनी ने इसे कुछ समय के लिए टाल दिया है।
रिलायंस जियो आईपीओ इस वजह से टला
न्यूज एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि Jio अपनी वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने पर फोकस कर रही है। कंपनी आईपीओ लॉन्च होने से पहले ज्यादा रेवेन्यू और वैल्यूएशन हासिल करने के लिए और मजबूत होना चाहती है। सूत्रों ने कहा, ‘इस साल जियो का IPO आने की संभावना नहीं है । कंपनी चाहती है कि उसका बिजनेस और मजबूत हो जाए।’ कंपनी अपनी टेलीकॉम सर्विस के विस्तार, यूजर बेस को और बड़ा करने की जोर दे रही है।
टेलीकॉम से सबसे ज्यादा कमाई
मुकेश अंबानी ने साल 2019 कहा था कि Jio अगले 5 वर्षों में शेयर मार्केट में कदम रख देगा। पिछले साल भी खबर आई थी कि जियो 2025 में लिस्टिंग तैयारी कर रहा है। लेकिन, अब इस प्लान को कंपनी ने टाल दिया है। बता दें कि रिलायंस जियो की कमाई का 80 प्रतिशत हिस्सा जियो इन्फोकॉम से आता है। मौजूदा समय में जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर है। इसके पास 488 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं।
जियो की वजह से कई गुना बढ़ा डेटा कंज्प्शन
गौरतलब है कि जियो ने 2016 में अपनी शुरुआत के बाद से ही किफायती डेटा प्लान और फ्री वॉयस कॉल्स के बल- बूते टेलीकॉम इंडस्ट्री में अफरा-तफरी मचा दी थी। जियो ने न केवल भारत को डिजिटल दुनिया में आगे बढ़ाया, बल्कि डेटा कंज्प्शन को भी कई गुना बढ़ोतरी कर दी है।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
Source: Mint