Vedanta Share Price: अनिल अग्रवाल के मालिकाना हक वाली कंपनी वेदांता लिमिटेड के शेयरों में बुधवार को भारी गिरावट देखने को मिली। इसके शेयर आज 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज किए हैं। वेदांता के शेयरों में यह बिकवाली शॉर्ट सेलर वायसराय रिसर्च रिपोर्ट सामने आने के बाद हावी हुई है। बुधवार को वेदांता के शेयर 420.65 रुपये के स्तर पर पहुंच गए, जबकि मंगलवार को 456.30 रुपये के लेवल पर क्लोजिंग हुई थी। आइए जानते हैं कि वायसराय रिसर्च रिपोर्ट में ऐसा क्या था, जिसकी वजह से वेदांता लिमिटेड के शेयरों में बिकवाली हावी हो गई।
वित्तीय अनियमितताओं का आरोप
दरअसल, शॉर्ट सेलर वायसराय रिसर्च की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (VRL) वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त है। यह कंपनी भारी कर्ज का सामना कर रही है। शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट आगे कहा गया कि वेदांता ग्रुप का पूरा स्ट्रक्चर वित्तीय रूप से अस्थिर है, परिचालन की लिहाज से समझौतापूर्ण है। इसके अलावा, लेंडर्स के लिए गंभीर और लो वैल्यूएशन रिस्क पैदा कर सकती है।
वेदांता के पैसों पर जिंदा है VRL
9 जुलाई को जारी वायसराय रिसर्च ने अपने रिपोर्ट में वेदांता रिसोर्सेज को एक परजीवी कंपनी करार दिया। उसने कहा कि यह अपनी सब्सिडरी वेदांता से नकदी लेकर जिंदा रह रही है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि NRL अपने कर्ज को कम करने के लिए वेदांता को खाली कर रही है। यह वेदांता पर अधिक कर्ज लेने और कैश रिजर्व का इस्तेमाल करने के लिए दबाव डाल रही है। इससे वेदांता की बुनियादी ताकत कमजोर हो रही है, जो VRL के लेनदारों के लिए मुख्य गारंटी है। इसकी वजह से कर्ज का जोखिम भी बढ़ रहा है। रिपोर्ट में आगे आरोप लगाया गया कि वेदांता का ब्याज खर्च उसकी नेट दरों से अधिक है। इसमें भुगतान और पुनर्गठन के बावजूद लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
वेदांता शेयर प्रदर्शन
बता दें कि वेदांता लिमिटेड के शेयर आज की ताजा गिरावट के बाद एक साल में 6.5 प्रतिशत से अधिक गिर चुके हैं। हालांकि, इसने अपने शेयरधारकों को जमकर डिविडेंड बाटां है। मौजूदा समय में इसका डिविडेंड यील्ड लगभग 9 प्रतिशत है। यानी, शेयरों ने पिछले एक साल में निवेशकों को 6.5 प्रतिशत का निगेटिव रिटर्न दिया है, लेकिन कंपनी ने समान अवधि में 9% का डिविडेंड जारी कर दिया।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
Source: Mint