Upper circuit Stocks: बाजार खुलते ही खरीदने की मची होड़ और लगा अपर सर्किट

कंपनी शेयरों में बुधवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली और यह बीएसई पर 5% अपर सर्किट के साथ ₹252.35 पर बंद हुआ. यह तेजी तब आई जब broader market (BSE Sensex) 0.14% गिरावट में था. निवेशकों की इस दिलचस्पी के पीछे कंपनी के कैपेसिटी एक्सपेंशन प्लान और लगातार मिल रहे बड़े ऑर्डर्स हैं.

Bajel Projects पहले Bajaj Electricals की EPC डिवीजन थी, जिसे अब अलग कर दिया गया है.यह कंपनी पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट्स में सक्रिय है.
मजबूत प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और डिलीवरी के चलते इसे सरकारी, प्राइवेट और अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों से लगातार ऑर्डर्स मिलते हैं.

कंपनी का शेयर 9 जुलाई को 239.24 रुपये के बंद भाव के मुकाबले 246.99 रुपये पर खुला. इसके कुछ देर बाद ही शेयर 251 रुपये के अपर सर्किट पर लॉक हो गया.

कब भाव
करंट मार्केट प्राइस ₹252.35
52-सप्ताह का हाई ₹313.35
52-सप्ताह का लो ₹145.20
मार्केट कैप ₹2,917 करोड़

क्या है कैपेसिटी बढ़ाने का प्लान

कंपनी ने कहा है कि वह अपनी गैल्वनाइजेशन क्षमता को 40,500 MTPA से बढ़ाकर 1.1 लाख MTPA करने जा रही है. इसके लिए वह ₹170 करोड़ का निवेश करेगी.यह निवेश रांजणगांव फैसिलिटी में किया जाएगा.विस्तार Q4 FY26 से Q4 FY27 तक चरणों में किया जाएगा.इसका मकसद है – घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बिक्री बढ़ाना.

बिंदु विश्लेषण
ऑर्डर बुक लगातार नए प्रोजेक्ट मिलने से ऑर्डर बुक मजबूत हो रही है
कैपेसिटी एक्सपेंशन लंबे समय में राजस्व और मार्जिन को बढ़ावा देगा
मार्केट पोजिशन EPC सेक्टर में मजबूत उपस्थिति और ब्रांड वैल्यू
शेयर वैल्यू अभी भी 52W हाई से करीब 20% नीचे, यानी अपसाइड की गुंजाइश बाकी

कौन-कौन से ऑर्डर्स मिले हैं
1. PowerGrid से ₹300–₹400 करोड़ का ‘मेगा’ ऑर्डर,प्रोजेक्ट: Siwani–Jind 400kV ट्रांसमिशन लाइन, 99 किमी लंबा प्रोजेक्ट मिला है. यह ऑर्डर REZ Phase IV (6GW) Bikaner Complex का हिस्सा है.
18 महीनों में पूरा किया जाएगा-ऑर्डर मिला है PGCIL की स्पेशल पर्पस व्हीकल Power Grid Siwani Transmission Ltd की तरफ से मिला है.
2. हाल ही में भारत में ‘Large’ सबस्टेशन प्रोजेक्ट मिला है.काम: 400kV GIS और 765kV AIS सबस्टेशन डेवेलपमेंट है. यह ऑर्डर भी कंपनी के EPC क्षमता को दिखाता है.
Bajel Projects की मौजूदा तेजी सिर्फ मार्केट सेंटिमेंट नहीं, बल्कि मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन और कैपेसिटी विस्तार पर आधारित है. अगर कंपनी समय पर प्रोजेक्ट डिलीवर करती है और मार्जिन कंट्रोल में रहता है, तो मिड टू लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक शेयर बन सकता है.
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Source: CNBC