1) RVNL (रेल विकास निगम लिमिटेड)
RVNL ने दक्षिण रेलवे से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम के उन्नयन कार्य के लिए लगभग 143.4 करोड़ रुपये का लेटर ऑफ अवॉर्ड प्राप्त किया है। यह ऑर्डर कंपनी की ऑर्डर बुक को और मजबूत करेगा और इंफ्रास्ट्रक्चर कैटेगरी में इसकी उपस्थिति को और बढ़ाएगा।
2) अल्ट्राटेक सीमेंट
अल्ट्राटेक सीमेंट को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि कंपनी सीमेंट कार्टेल केस में CCI (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) की जांच के दायरे में है। हालांकि कंपनी ने इन खबरों को स्पष्ट रूप से नकार दिया है, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है। इससे अल्ट्राटेक का स्टॉक आज फोकस में रहेगा।
3) टाटा स्टील
टाटा स्टील को ओडिशा के जाजपुर स्थित खान निदेशक कार्यालय से एक डिमांड लेटर प्राप्त हुआ है। यह पत्र सुकिंदा क्रोमाइट ब्लॉक से खनिज डिस्पैच में कमी के आकलन को लेकर भेजा गया है। यह एक निगेटिव संकेत है और कंपनी को कानूनी/वित्तीय असर झेलना पड़ सकता है।
4) सुजलॉन एनर्जी
सुजलॉन एनर्जी को NSE और BSE की तरफ से ‘कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं’ (No Adverse Observation) का पत्र मिला है। यह मंजूरी उसकी रीस्ट्रक्चरिंग योजना के लिए है जिसमें सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज को मूल कंपनी में मर्ज किया जाएगा। इससे कंपनी के स्ट्रक्चर में पारदर्शिता और ऑपरेशनल दक्षता बढ़ने की उम्मीद है।
5) आईडीबीआई बैंक
आईडीबीआई बैंक का कुल कारोबार साल-दर-साल 8% बढ़कर 5.08 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जबकि डिपॉजिट्स में 7% की सालाना वृद्धि दर्ज हुई है और यह 2.97 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। बैंक की स्थिर ग्रोथ इसे आज के कारोबार में प्रमुख बनाती है।
6) BEML
बीईएमएल को दो अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय एक्सपोर्ट ऑर्डर मिले हैं जिनकी कुल कीमत करीब 6.23 मिलियन डॉलर है। ये ऑर्डर कंपनी की निर्यात क्षमताओं और वैश्विक बाजार में भरोसे को दर्शाते हैं। इससे शेयर पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ सकता है।
7) गोदरेज कस्टमर
Q1 के लिए कंपनी की स्टैंडअलोन परफॉर्मेंस की बात करें तो इसमें हाई सिंगल डिजिट वैल्यू ग्रोथ की उम्मीद है, जो कि मिड-सिंगल डिजिट यूनिट वॉल्यूम ग्रोथ (UVG) से सपोर्टेड है। इसका मतलब है कि कंपनी के प्रोडक्ट्स की मांग स्थिर बनी हुई है और बिक्री में संतुलन है।
8) ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक
ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक ने जानकारी दी है कि उसके मैनेजिंग डायरेक्टर केवी प्रदीप ने 4 जुलाई से इस्तीफा दे दिया है।
9) शिल्पा मेडिकेयर
ब्राजील की रेगुलेटरी अथॉरिटी ने कंपनी की सहायक इकाई शिल्पा फार्मा लाइफसाइंसेज की GMP इंस्पेक्शन पूरी कर ली है और कोई बड़ी टिप्पणी नहीं दी है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
Source: Economic Times