Zerodha के नितिन कामत की चेतावनी: Jane Street पर SEBI के एक्शन से हिल सकती है बाजार की नींव

Zerodha के को-फाउंडर नितिन कामत ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट के ज़रिए इंडियन कैपिटल मार्केट को लेकर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि Jane Street जैसी बड़ी ट्रेडिंग फर्मों पर बाजार की कितनी निर्भरता है, यह आने वाले दिनों में सामने आ जाएगा. SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने Jane Street और उससे जुड़ी कंपनियों को डेरिवेटिव मार्केट में ट्रेडिंग से अस्थायी रूप से रोक दिया है. SEBI का आरोप है कि कंपनी ने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच डेरिवेटिव ट्रेडिंग में हेरफेर कर 36,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ कमाया.

इस कार्रवाई के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में ब्रोकर और एक्सचेंज कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई. Nuvama Wealth के शेयरों में 12 फीसदी की गिरावट आई, जबकि BSE और Angel One में 6 फीसदी और CDSL में 2.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.

रिटेल ट्रेडिंग पर भी पड़ सकता असर

कामत ने लिखा कि Jane Street जैसी प्रॉप ट्रेडिंग फर्में ऑप्शंस ट्रेडिंग वॉल्यूम का लगभग 50 फीसदी हिस्सा संभालती हैं और यदि ये फर्म्स बाजार से हटती हैं, तो इसका असर रिटेल ट्रेडिंग पर भी पड़ सकता है, जो कि कुल वॉल्यूम का करीब 35 फीसदी है. इससे न सिर्फ एक्सचेंजों बल्कि ब्रोकर कंपनियों को भी नुकसान होगा.

हालांकि, उन्होंने SEBI की कार्रवाई की तारीफ करते हुए इसे साहसी कदम बताया और कहा कि SEBI ने Jane Street पर जो कार्रवाई की है, उसकी तारीफ करनी ही होगी. अगर आरोप सही हैं, तो यह साफ तौर पर एक खुला बाजार हेरफेर (market manipulation) का मामला है. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका जैसे देशों में ‘डार्क पूल्स‘ और ‘पेमेंट फॉर ऑर्डर फ्लो‘ जैसी व्यवस्थाएं आम हैं, जिनका हेज फंड्स फायदा उठाते हैं, लेकिन भारत में हमारे रेगुलेटर्स ने ऐसा होने नहीं दिया, जो प्रशंसा के योग्य है.

ऑप्शंस मार्केट की लिक्विडिटी और वॉल्यूम पर सीधा असर

वहीं Jane Street ने SEBI के इन आरोपों को चुनौती दी है और कहा है कि वे इस मुद्दे पर रेगुलेटर के साथ बात करेंगे. एक्सपर्ट का मानना है कि यदि Jane Street जैसी बड़ी फर्मों की भागीदारी सीमित होती है, तो इससे ऑप्शंस मार्केट की लिक्विडिटी और वॉल्यूम पर सीधा असर पड़ेगा, जिससे ब्रोकर कंपनियों और आम निवेशकों को नुकसान हो सकता है. ऐसे में आने वाले दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.

Source: CNBC