Adcounty Media IPO Listing: डिजिटल मार्केटिंग सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली ऐडकाउंटी मीडिया के शेयरों की आज BSE SME पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 273 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹85.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹130.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 52.94% का लिस्टिंग गेन (Adcounty Media Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए और यह लोअर सर्किट पर आ गया। इसके बाद फिर रिकवरी हुई। टूटकर यह ₹123.50 के लोअर सर्किट पर आ गया। निचले स्तर पर रिकवरी के चलते उछलकर ₹133 (Adcounty Media Share Price) पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 56.47% मुनाफे में हैं।
Adcounty Media IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ऐडकाउंटी मीडिया का ₹50.69 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26 जून से 1 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 273.08 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 137.33 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 555.79 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 229.37 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 59,63,200 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹14.00 करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों, ₹25 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों पर खर्च होंगे। इसके अलावा आईपीओ के बाकी पैसे अधिग्रहण, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े एक्सपेंसेज पर खर्च होंगे।
Adcounty Media के बारे में
ऐडकाउंटी मीडिया इंडिया लिमिटेड एक ब्रांडटेक कंपनी है जो ब्रांड प्रमोशन से लेकर परफॉरमेंस आधारित कैंपेन तक पूरा डिजिटल मार्केटिंग सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसके सर्विस पोर्टफोलियो में प्रोग्रामैटिक एडवरटाइजिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO), सोशल मीडिया नेटवर्किंग के साथ-साथ पेड कैंपेन्स जैसे कि पे पर क्लिक (PPC), कॉस्ट पर एक्विजिशन (CPA), कॉस्ट पर सेल (CPS), कॉस्ट पर लीड (CPL) कॉस्ट पर इंस्टॉल (CPI) हैं। इन सर्विसेज का लक्ष्य सेल्स को बढ़ाना, लीड्स जेनेरेट करना और ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाना है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹7.64 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹8.28 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹13.75 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी के रेवेन्यू में उठा-पटक रही। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹53.64 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में गिरकर ₹43.24 करोड़ पर आ गया लेकिन फिर अगले ही वित्त वर्ष 2025 में स्थिति सुधरी और यह ₹69.58 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
Source: MoneyControl