क्या कहा सेबी ने?
105 पन्नों के एक मजबूत अंतरिम आदेश में, सेबी ने कहा कि वह कंपनी द्वारा कमाई गई 4,840 करोड़ राशि जब्त करेगा, जो माना जाता है कि जेन स्ट्रीट ने अवैध व्यापार के माध्यम से कमाई है. सेबी ने बैंकों से यह भी कहा कि जब तक सेबी अनुमति नहीं देता, वे जेन स्ट्रीट से जुड़े अकाउंट्स से किसी भी तरह की निकासी को रोक दें.
आदेश में कहा गया है कि जेन स्ट्रीट और संबंधित कंपनियों को शेयर बाजार में प्रवेश करने या उसका इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित किया गया है. उन्हें सीधे या किसी और के माध्यम से किसी भी शेयर या वित्तीय लेनदेन की अनुमति भी नहीं है.
यह कार्रवाई भारत के स्टॉक डेरिवेटिव्स मार्केट में जेन स्ट्रीट की ट्रेडिंग गतिविधियों की महीनों की जांच के बाद की गई है. जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच, फर्म ने 36,671 करोड़ से अधिक का नेट प्रॉफिट कमाया.
जेन स्ट्रीट ने अपना ज़्यादातर प्रॉफिट लगभग 44,358 करोड़ रुपये – ऑप्शन ट्रेडिंग से कमाया, जो भारत में इसकी आय का बड़ा हिस्सा था. हालांकि, ट्रेडिंग के अन्य सेक्टर में भारी नुकसान के कारण ये प्रॉफिट आंशिक रूप से कम हो गया. फर्म को स्टॉक फ्यूचर्स में 7,208 करोड़ रुपये, इंडेक्स फ्यूचर्स में 191 करोड़ रुपये और कैश मार्केट में 288 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इन नुकसानों के बावजूद, इसकी ट्रेडिंग गतिविधियों से कुल लाभ बहुत अधिक रहा.
जेन स्ट्रीट ने अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. अपने आदेश में, सेबी ने कहा कि वह 566.71 मिलियन डॉलर (लगभग ₹4,840 करोड़) जब्त करेगा, जिसके बारे में उसका दावा है कि यह फर्म द्वारा बाजार में हेरफेर करके कमाया गया अवैध प्रॉफिट है.
सेबी के आदेश में यह भी कहा गया है कि वह जांच पूरी होने तक जेन स्ट्रीट के मौजूदा निवेश या बाजार में कारोबार पर कड़ी नजर रखेगा.
कौन है जेन स्ट्रीट ग्रुप?
जेन स्ट्रीट ग्रुप एलएलसी एक ग्लोबल फाइनेंशियल कंपनी है जो फाइनेंशियल सर्विसेज के सेक्टर में काम करती है. कंपनी 2,600 से ज़्यादा कर्मचारियों को रोजगार देती है और अमेरिका, यूरोप और एशिया में पाँच जगहों पर इसके दफ़्तर हैं. इसके अलावा, यह फ़र्म दुनिया भर के 45 अलग-अलग देशों में फाइनेंशियल मार्केट में ट्रेडिंग करती है.
Source: Economic Times