हालांकि, सेशन की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी. लेकिन फाइनेंशियल शेयरों में कमजोरी की वजह से बाजार में भी दबाव दिखा और आखिर में यह गिरकर बंद हुआ. Kotak Mahindra Bank और Bajaj Finance ने आज निफ्टी पर दबाव बनाने का काम किया.
किस स्तर पर बंद हुआ बाजार
गुरुवार को दिनभर के कामकाज के बाद सेंसेक्स 170 अंक गिरकर 83,239 के स्तर पर और निफ्टी 48 अंक गिरकर 25,406 के स्तर पर बंद हुए. निफ्टी बैंक भी 207 अंक गिरकर 56,792 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 16 अंकों की हल्की बढ़त के साथ 59,683 के स्तर पर बंद हुआ.
आज किन स्टॉक्स में दिखा एक्शन
जून महीने की बिक्री आंकड़े जारी होने के बाद ऑटो स्टॉक्स में खरीदारी दिखी. Hero MotoCorp और Maruti Suzuki में सबसे ज्यादा तेजी रही. 2% इक्विटी की ब्लॉक डील के बाद Nykaa आज 4% नीचे बंद हुआ. Blue Star से पॉजिटिव कमेंट्री के बाद AC स्टॉक्स में खरीदारी दिखी. ये स्टॉक्स आज 5% की बढ़त के साथ बंद हुए.
जून तिमाही बिजनेस अपडेट जारी होने के बाद PNB 3% गिरकर और Indian Bank ऊपरी स्तरों से फिसलकर बंद हुआ. SBI Life के जून आंकड़े जारी होने के बाद इंश्योरेंस स्टॉक्स में भी दबाव दिखा. Apollo Hospitals में खरीदारी जारी रही. मिडकैप में आज IndiGo में सबसे ज्यादा दबाव दिखा. महंगे कच्चे तेल की वजह से यह स्टॉक करीब 3% गिरकर बंद हुआ. NCLT की ओर से डीमर्जर प्रक्रिया में देरी होने की वजह से Vedanta में भी 2% का दबाव दिखा.
Bosch में बड़ी खरीदारी दिखी. ये स्टॉक भी मिडकैप में सबसे कमजोरी वाला स्टॉक रहा और 6% की बढ़त के साथ बंद हुआ. क्रूड की वजह से ONGC और OIL India करीब 6% की बढ़त के साथ बंद हुए. HDB Financialc में लिस्टिंग के दूसरे दिन तेजी दिखी और यह स्टॉक करीब 3% की बढ़त के साथ बंद हुआ.
बाजार में गिरावट की 3 सबसे बड़ी वजह जानिए
1. रुपये में कमजोरी – भारतीय रुपया गुरुवार को 8 पैसे कमजोर होकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.70 पर बंद हुआ. ग्लोबल रिस्क और विदेशी पूंजी के लगातार आउटफ्लो के कारण यह गिरावट आई. RBI की सतर्क नीति के कारण रुपये की कीमत एक सीमित दायरे में रही.
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली – विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) शेयर बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे हैं. एक्सचेंज डेटा के अनुसार, बुधवार को FII ने 1,561.62 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. इस भारी बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार पर दबाव बढ़ा है और यह उभरते बाजारों के प्रति ग्लोबल निवेशकों की सतर्कता को दर्शाता है।
3. भारत – अमेरिका ट्रेड डील – भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है, जिससे बाजार में चिंता बढ़ रही है. भारत की ओर से वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल इस वार्ता का नेतृत्व कर रहे हैं. 27 जून से शुरू हुई यह वार्ता 3 जुलाई को सातवें दिन भी जारी रही, और भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वाशिंगटन में अपनी रुकने की अवधि कई बार बढ़ाई है.
Source: CNBC