Tata Power Shares: टाटा पावर के शेयरों में गुरुवार 3 जुलाई को कारोबार के दौरान 2 फीसदी तक की गिरावट आई। यह गिरावट इस खबर के बाद आई कि सिंगापुर की एक ट्राइब्यूनल से उसे क्लेरोस कैपिटल पार्टनर्स (Kleros Capital Partners) को करीब 4,200 करोड़ रुपये का हर्जाना देने का आदेश मिला है। यह फैसला सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) के नियमों के तहत गठित आर्बिट्रल ट्राइब्यूनल ने सुनाया है। इस फैसले से कंपनी को झटका लगा है और निवेशकों में इसके संभावित वित्तीय असर को लेकर चिंता बढ़ गई है।
सुबह 10:13 बजे के करीब, टाटा पावर के शेयर एनएसई पर 2% से अधिक गिरकर 396.60 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों का प्रदर्शन लगभग सपाट रहा है और इसमें 1.5 फीसदी की तेजी आई है। शेयर का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.27 लाख करोड़ रुपये है।
क्या है मामला?
यह केस क्लेरोस कैपिटल पार्टन से जुड़ा है, जो टाटा पावर की एक रूसी कोल माइनिंग प्रोजेक्ट में साझेदार रही है। क्लेरोस का आरोप है कि टाटा पावर ने गोपनीयता (Confidentiality) और नॉन-सरकमवेंशन (Non-Circumvention) क्लॉज का उल्लंघन किया, जो दोनों कंपनियों के बीच नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट (NDA) के तहत तय हुआ था।
ट्राइब्यूनल का फैसला
सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने 2:1 के बहुमत से यह आदेश पारित किया है। इसमें टाटा पावर को 30 नवंबर 2020 से भुगतान की तारीख तक 5.33% के सालाना ब्याज के साथ 49.8 करोड़ डॉलर (करीब 4,200 करोड़ रुपये) चुकाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, कंपनी को 82.9 लाख डॉलर के कानूनी खर्च भी चुकाने होंगे, जिस पर 1 जुलाई 2025 से 5.33% की दर से ब्याज लगेगा।
कंपनी की प्रतिक्रिया
टाटा पावर ने शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि वह इस फैसले की समीक्षा कर रही है। कंपनी ने बताया कि वह सभी कानूनी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है ताकि इसे चुनौती दी जा सके।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 की मार्च तिमाही में टाटा पावर का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 24% बढ़कर 1,306 करोड़ रुपये रहा। वहीं कंपनी का रेवेन्यू इस दौरान 7.9 फीसदी बढ़कर 17,096 करोड़ रुपये रहा। टाटा पावर के ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) ने 39.2% की छलांग लगाई गई, जबकि ऑपरेटिंग मार्जिन 14.7% से बढ़कर 19% पर पहुंच गया।
टाटा पावर के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 2.25 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है। इस डिविडेंड के लिए 4 जुलाई को होने वाली 106वीं AGM में शेयरधारकों से मंजूरी ली जाएगी।
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Source: MoneyControl