वहीं, AlfAccurate Advisor के राजेश कोठारी का कहना है कि अब ये समझना होगा कि दुनिया भर का स्थतियां बदल रही हैं. कुछ समय पहले एक साथ कई जगहों पर संघर्ष देखने को मिला लेकिन बाजार खास तौर पर घरेलू बाजार का प्रदर्शन मजबूत रहा.
उन्होने कहा कि बाजार में चारों तरफ से जो भी शोर आ रहा है जिसमें वैल्यूएशन की बातें भी शामिल हैं, उसमें कई पॉजिटिव बातें दब रही हैं. उनके मुताबिक फिलहाल सबसे पॉजिटिव बात है कि घरेलू अर्थव्यवस्था के संकेत लगातार मजबूत हो रहे हैं.
उनके मुताबिक यहां से लंबी अवधि के निवेश में ऊंचे रिटर्न मिलना तय है. उन्होने इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, रीन्यूएबल एनर्जी सेक्टर पर भरोसा जताया है.
देश | इंडेक्स | मूवमेंट |
जापान | Nikkei 225 | -0.56% गिरावट |
जापान | Topix | -0.21% गिरावट |
दक्षिण कोरिया | Kospi | -0.47% गिरावट |
Kosdaq | -0.19% गिरावट | |
ऑस्ट्रेलिया | ASX 200 | +0.66% बढ़त |
हांगकांग | Hang Seng | +0.73% बढ़त |
चीन | CSI 300 | स्थिर (Flat) |
Dow Jones एकमात्र इंडेक्स रहा जिसने मजबूती दिखाई.टेक्नोलॉजी स्टॉक्स में कमजोर शुरुआत से Nasdaq और S&P में गिरावट रही.
इंडेक्स | स्तर | बदलाव |
S&P 500 | 6,198.01 | 0.11% गिरावट |
Nasdaq Composite | 20,202.89 | 0.82% गिरावट |
Dow Jones | 44,494.94 | 0.91% या +400.17 पॉइंट्स बढ़त |
कुल मिलाकर-एशियाई निवेशकों की नजर फिलहाल दो बड़े फैक्टरों पर है-अमेरिका की ब्याज दरों पर स्थिति – ट्रंप के टैरिफ के चलते फेड कटौती नहीं कर पा रहा.क्षेत्रीय राजनीतिक घटनाक्रम – खासतौर पर थाईलैंड जैसी अस्थिरता से जुड़ी खबरें.बाजार में अभी सतर्क रुख बना हुआ है, लेकिन सिंगापुर की मजबूती दिखाती है कि कुछ क्षेत्रों में निवेशकों का भरोसा लगातार बना हुआ है.
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Source: CNBC