Market Trade setup : निफ्टी 50 में मजबूती बनी रही और 2 जुलाई को बिकवाली का दबाव रहा। कारोबारी सत्र के अंत में ये 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,500 अंक से नीचे बंद हुआ। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि चार्ट फॉर्मेशन और टेक्निकल इंडीकेटर आने वाले सत्रों में और अधिक कंसोलीडेशन होने का संकेत दे रहे हैं। जब तक निफ्टी वर्तमान सप्ताह के हाई को फिर से हासिल करके इसके ऊपर टिकने में कामयाब नहीं हो जाता तब तक इसमें कंसोलीडेशन जारी रहेगा। मोटे तौर पर, निकट भविष्य में निफ्टी 25,200-25,700 के दायरे में घूमता दिख सकता है। 25,700 से ऊपर की मजबूत क्लोजिंग निफ्टी को 26,000 की ओर ले जा सकती है। वहीं, 25,200 से नीचे की गिरावट से मंदड़िए पूरी तरह से हावी हो सकते हैं।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 25,393, 25,338, and 25,251
पिवट प्वांइट पर आधारित रेजिस्टेंस : 25,568, 25,622 और 25,709
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रेजिस्टेंस : 57,457, 57,645 और 57,948
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 56,850, 56,663 और 56,359
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रेजिस्टेंस : 57,566, 58,224
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट:56,673, 56,384
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
मंथली बेसिस पर 26,000 की स्ट्राइक पर 1.75 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
25,000 की स्ट्राइक पर 1 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 56,000 की स्ट्राइक पर 14.11 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
56,000 की स्ट्राइक पर 21.58 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
बाजार की संभावित वोलैटिलिटी को मापने वाला इंडिया VIX 13 अंक से नीचे आ गया। कल ये 0.66 फीसदी गिरकर 12.44 के स्तर पर आ गया। यह बुल्स के लिए एक अच्छा संकेत है।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
62 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 62 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
46 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 46 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
77 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 77 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
43 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 43 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 2 जुलाई को गिरकर 0.78 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.88 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं,जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक : कोई नही
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: आरबीएल बैंक
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं
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Source: MoneyControl