Indian Markets: रिटर्न में पिछड़े इंडियन मार्केट्स, 2025 में इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले काफी खराब रहा प्रदर्शन

इंडियन स्टॉक मार्केट्स का प्रदर्शन 2025 में दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले कमजोर रहा है। यह तब है जब अप्रैल के मध्य से इंडियन मार्केट्स में अच्छी रिकवरी आई है। बीते छह साल में पहली बार ऐसा हुआ है। इकोनॉमी की सुस्त पड़ती रफ्तार और शेयरों की ज्यादा वैल्यूएशन इसकी वजहें हो सकती हैं। इस साल (2025) अब तक एमएससीआई इंडिया इंडेक्स सिर्फ 2.33 फीसदी चढ़ा है। इसके मुकाबले एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स 9 फीसदी उछला है। 2020 के बाद पहली बार इंडियन मार्केट्स ने उभरते बाजारों से कम रिटर्न दिए हैं।

अप्रैल के मध्य से इंडियन मार्केट्स में लौटी है तेजी

अप्रैल के मध्य से Indian Markets में अच्छी रिकवरी आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ पर रोक लगा देने के फैसले से मार्केट में अच्छी तेजी देखने को मिली थी। अप्रैल के मध्य से MSCI India Index 11 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। इस दौरान MSCI Emerging Markets Index में करीब 10 फीसदी तेजी आई है। सिस्टमैटिक्स ग्रुप के धनंजय सिन्हा ने बताया कि हालिया गिरावट के बावजूद इंडियन मार्केट्स महंगे हैं। यह निराश करने वाली बात है।

विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इंडिया में की है बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इंडियन मार्केट्स में बिकवाली की है। हालांकि, पिछले कुछ समय से उनका रुख बदला है। इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने अच्छी खरीदारी कर घरेलू बाजार को बड़ा सहारा दिया है। सिन्हा का कहना है कि इंडियन मार्केट्स के कमजोर प्रदर्शन की वजह फंडामेंटल्स फैक्टर्स के साथ ही विदेशी निवशकों की बिकवाली हो सकती है। उनका अनुमान है कि आने वाले हफ्तों में इंडियन मार्केट्स में उतारचढ़ाव जारी रहेगा।

हालिया गिरावट के बावजूद महंगा है इंडियन मार्केट

MSCI India Index में अभी अगले साल की अनुमानित अर्निंग्स के 22.31 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह 19.86 गुना के लॉन्ग टर्म औसत से ज्यादा है। इसके मुकाबले MSCI Emerging Index में उसके फॉरवर्ड अर्निंग्स के 12.25 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। यह इसके 10 सालों के 11.19 गुना के औसत से थोड़ा ज्यादा है। ध्यान देने वाली बात है कि इस साल की शुरुआत से अप्रैल के मध्य तक इंडियन मार्केट्स में तेज गिरावट आई थी। Sensex और Nifty में 5.3 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई थी। MSCI India Index तो 7.1 फीसदी गिरा था। इस दौरान FIIs ने इंडिया में 16.5 अरब डॉलर की बिकवाली की थी।

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इन सेक्टर्स की अर्निंग्स ग्रोथ बेहतर रहने की उम्मीद

FY25 की चौथी तिमाही में Nifty 50 कंपनियों की अर्निंग्स प्रति शेयर (EPS) 4.9 फीसदी बढ़ी। अब एनालिस्ट्स ने FY26 में अर्निंग्स ग्रोथ 5.3 फीसदी और FY27 में 5.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। अगले वित्त वर्ष में ऑटोमोबाइल्स, सीमेंट, ऑयल एंड गैस और NBFC की EPS ग्रोथ कम रह सकती है। उधर, Telecom, Metals & Mining, Consumer, Oil & Gas और बैंकों की अर्निंग्स ग्रोथ अच्छी रहने के आसार हैं।

Source: MoneyControl