स्मॉलकैप-मिडकैप शेयरों में नहीं थम रही तेजी, सात दिन में ₹5 लाख करोड़ का मुनाफा, अब आगे क्या करें निवेशक?

Smallcap-Midcap Shares: स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में आज 30 जून को लगातार सातवें दिन तेजी देखने को मिली। इस सेगमेंट की कई कंपनियों के शेयर 5 फीसदी से भी अधिक उछल गए। यह तेजी ऐसे दिन आई है, जब सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। सुबह 10 बजे के करीब निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 111 अंक या 0.59% की बढ़त के साथ 19,088 के आसपास कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी मिडकैप इंडेक्स करीब 137 अंक या 0.23% उछलकर 59,522 पर पहुंच गया।

वहीं दूसरी ओर, सेंसेक्स 225 अंक या 0.36% गिरकर 83,832 पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 64 अंक या 0.25% गिरकर 25,570 के स्तर पर आ गया था।

इस तेजी के चलते पिछले सात दिनों में स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स के मार्केट कैप में भारी उछाल आया है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स का मार्केट कैप इस दौरान 2.45 लाख करोड़ रुपये और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स का मार्केट कैप 3.41 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। यानी कुल मिलाकर निवेशकों ने करीब ₹5 लाख करोड़ का मुनाफा कमाया।

सबसे ज्यादा चढ़े ये शेयर

मिडकैप इंडेक्स पर आज बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयरों में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली। शेयर का भाव करीब 5 फीसदी की बढ़त के साथ 56.86 रुपये पर कारोबार कर रहा था। वारी एनर्जीज के शेयर भी करीब 4 फीसदी की बढ़त के साथ 3.05 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बंधन बैंक के शेयरों में करीब 3 फीसदी की तेजी देखी गई। जबकि इंडियन बैंक, अरबिंदो फार्मा, बैंक ऑफ इंडिया और फेडरल बैंक के शेयरों में 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई।

भारत डायनेमिक्स (BDL), मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज, मुथूट फाइनेंस और ग्लेनमार्क फार्मा के शेयरों में 1.6 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली। जबकि Yes बैंक, प्रीमियर एनर्जीज, L&T फाइनेंस, IREDA, कॉनकॉर, हुडको, कोलगेट पामोलिव और जैसे शेयरों में 1 प्रतिशत से अधिक की उछाल आई।

स्मॉलकैप शेयरों की बात करें तो, करूर वैश्य बैंक के शेयरों में करीब 4 प्रतिशत की उछाल आई और यह सबसे ज्यादा लाभ में रहा। हिंदुस्तान कॉपर, नैटको फार्मा और IDBI बैंक के शेयरों में भी करीब 3 प्रतिशत की तेजी आई। जेन टेक्नोलॉजीज, केनेस टेक और लॉरस लैब्स के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक तेजी आई, जबकि डेटा पैटर्न और कैस्ट्रॉल के शेयरों में 1.6 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई।

इनके अलावा टीटागढ़ रेल सिस्टम्स, एंजेल वन, आधार हाउसिंग फाइनेंस, ITI लिमिटेड, एमसीएक्स और रिलायंस पावर के शेयरों में भी अच्छी तेजी देखने को मिली।

क्यों बढ़ रहे हैं छोटे शेयर?

INVasset के बिजनेस हेड भाविक जोशी ने बताया कि, स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों ने पिछली गिरावट के बाद जबरदस्त रिकवरी दिखाई है। लगातार 7 दिनों से दोनों इंडेक्स हरे निशान में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि दिसंबर से मार्च के बीच इन दोनों इंडेक्स में क्रमश: 22% और 28% की गिरावट आई थी, जिसके चलते वैल्यूएशन काफी हद तक उचित स्तर पर आ गए थे। इसी के बाद इनमें तेजी शुरू हुई है।

भाविक जोशी ने कहा कि व्यापक बाजारों में मौजूदा उछाल बुनियादी बातों में सुधार के कारण तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “भारत की अर्थव्यवस्था लगातार आशावादी आंकड़े दे रही है-जीएसटी संग्रह में वृद्धि, दोहरे अंकों में ऋण वृद्धि और सरकारी और निजी दोनों कंपनियों द्वारा निरंतर पूंजीगत व्यय। मिड- और स्मॉल-कैप कंपनियां, जो अक्सर घरेलू खपत, इंफ्रा और औद्योगिक गतिविधि से अधिक जुड़ी होती हैं, शुरुआती लाभार्थियों के रूप में उभर रही हैं।”

भाविक जोशी ने कहा कि ब्रॉडर मार्केट में हालिया तेजी फंडालमेंटल्स में सुधार के चलते आ रहा है। घरेलू अर्थव्यवस्था से जुड़ी पॉजिटिव खबरें इस तेजी को सपोर्ट कर रही हैं। जैसे- GST कलेक्शन में बढ़ोतरी, डबल डिजिट क्रेडिट ग्रोथ, और सरकारी-निजी निवेश में तेजी आदि। इसके अलावा, भारत की भू-राजनीतिक स्थिरता और FIIs/DIIs की भागीदारी ने भी तेजी को सपोर्ट दिया है।

क्या करें निवेशक?

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मौजूदा तेजी केवल टेक्निकल नहीं, बल्कि यह मजबूत फंडामेंटल्स और भारत की घरेलू ग्रोथ स्टोरी पर आधारित है। हालांकि, Tata Mutual Fund के CIO राहुल सिंह का मानना है कि स्मॉलकैप सेगमेंट में अधिक मौके हैं, लेकिन इसके साथ जोखिम और अस्थिरता भी ज्यादा होती है।

भाविक जोशी का कहना है कि जब तक मैक्रो स्थिरता बनी रहती है, बाजार का रुझान न्यूट्रल से बुलिश बना रहेगा। निवेशकों को सलाह है कि वे अच्छी क्वालिटी वाली कंपनियों को चुनें, लॉन्ग टर्म नजरिया रखें, और तेजी के इस दौर में भी वैल्यूएशन का ध्यान रखें।

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Source: MoneyControl