PNB Housing Finance Stock Price : ब्रोकरेज हाउस यूबीएस ने पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस (PNBHF) पर कवरेज की शुरूआत करते हुए स्टॉक में खरीदारी की सिफारिश दी है और इसका प्राइस टारगेट 1,300 रुपये तय किया है. यह करंट टारगेट प्राइस 1,106 रुपये से 18 फीसदी अधिक है. PNB हाउसिंग फाइनेंस भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है. यह स्टॉक निवेशकों के लिए मल्टीबैगर रहा है. इस साल शेयर में 22 फीसदी, 1 साल में करीब 41 फीसदी, 3 साल में 60% सीएजीआर और 5 साल में 44% सीएजीआर रिटर्न दिया है. 5 साल में एबसॉल्यूट रिटर्न देखें तो यह 500 फीसदी से ज्यादा है.
प्रोडक्ट एक्सपेंशन से AUM CAGR को सपोर्ट
ब्रोकरेज हाउस यूबीएस का कहना है कि PNB हाउसिंग फाइनेंस का लोन पोर्टफोलियो 800 अरब रुपये है. जबकि इसके लोन बुक का 73% प्राइम लोन से बना है. कंपनी इमर्जिंग और किफायती लोन सेगमेंट में विविधता ला रही है. ब्रोकरेज के अनुसार, AA+ क्रेडिट रेटिंग को देखते हुए ये नए सेगमेंट PNB हाउसिंग फाइनेंस के लिए अधिक उपयुक्त हैं.
ब्रोकरेज (UBS) के अनुसार इन नए सेगमेंट में विस्तार FY25-27E के दौरान 16% AUM CAGR का समर्थन कर सकता है और FY27 तक इसके लोन बुक का 40% नॉन-प्राइम हो सकता है, जो FY25 में 25% था. यह विस्तार यील्ड बढ़ाने में मदद करेगा, जिससे FY25-27E में 13% EPS CAGR का अनुमान है. लिवरेज में ग्रोथ से FY28E तक 13%+ ROE हो सकता है. 1.4x FY27E P/BV पर, स्टॉक अपने पियर्स की तुलना में डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है, जबकि लोन ग्रोथ और ROE प्रोफाइल में सुधार हो रहा है, जिससे रिस्क-रिवार्ड अनुकूल दिखता है.
मिड सेगमेंट में डिस्ट्रीब्यूशन का विस्तार लोन ग्रोथ में करेगा मदद
PNB हाउसिंग फाइनेंस में लोन ग्रोथ के तीन प्रमुख कारण हैं:
किफायती और उभरते लोन सेगमेंट : FY27E तक लोन बुक का 38% हिस्सा बन जाएगा और FY25-27E के दौरान लोन ग्रोथ का 75% योगदान देगा.
प्राइम लोन : जो अभी बुक का 73% हिस्सा है, भविष्य में कम हो सकता है, लेकिन FY25-27E में 25% ग्रोथ योगदान देगा.
डेवलपर फाइनेंसिंग में प्रवेश : यह निकट भविष्य में छोटा योगदान देगा, लेकिन FY28 से ग्रोथ और ROA में बढ़ोतरी कर सकता है.
हमें लगता है कि किफायती और उभरते लोन की ग्रोथ ब्रांच विस्तार से समर्थित होगी. PNB हाउसिंग फाइनेंस की योजना FY27 तक ब्रांच संख्या को 356 से बढ़ाकर 500 तक करने की है.
निकट भविष्य में मार्जिन पर दबाव
रेपो कट के बाद, अनुमान है कि FY26 में PNB हाउसिंग फाइनेंस के मार्जिन पर दबाव बनेगा. हालांकि कंपनी का रेपो-लिंक्ड लोन पर कम एक्सपोजर है, लेकिन नए लोन रेट में कटौती करनी होगी और MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट)-लिंक्ड दरों में कमी का लाभ ग्राहकों को देना होगा.
ब्रोकरेज का अनुमान है कि FY26 में कुल मिलाकर लोन यील्ड में लगभग 10bp की कमी आएगी, लेकिन इसे कम फंडिंग लागत से संतुलित किया जा सकता है. साथ ही, यह भी उम्मीद है कि प्रोविजनिंग में थोड़ी बढ़ोतरी होगी, क्योंकि थोक और खुदरा लोन रिकवरी ने क्रेडिट लागत को कम कर दिया है.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार भी नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express