फार्मा सेक्टर के मिडकैप स्टॉक में 14% की तूफानी तेज़ी, कंपनी ने दिया एक बड़ा बिजनेस अपडेट, LIC का भी है कंपनी में निवेश

नई दिल्ली: सोमवार को फार्मा सेक्टर की मिडकैप कंपनी Alembic Pharmaceuticals के स्टॉक में तूफानी तेज़ी देखने को मिल रही है. स्टॉक में सोमवार को 14 प्रतिशत की तेज़ी देखने को मिली, जिससे स्टॉक ने 1,107 रुपये के अपने इंट्राडे हाई लेवल को भी टच किया. खबर लिखे जाने तक भी कंपनी के शेयर 12.61 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 1,092 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. यह तेज़ी तब देखने को मिल रही है जब कंपनी ने एक बड़ा बिजनेस अपडेट दिया है.

कंपनी ने दिया ये बिजनेस अपडेट

कंपनी ने बताया कि उसे यूएसएफडीए (यू.एस फूड एंड ड्रग एडिमिनिस्ट्रेशन) से डोक्सोरूबिसिन हाइड्रोक्लोराइड लिपोसोम इंजेक्शन के जेनेरिक वर्जन को बेचने के लिए अंतिम मंजूरी मिल गई है, जो कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है.
कंपनी को यह अनुमति दो प्रकार की एक बार ही के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बोटल के लिए मिली है. इनका साइज़ 10 एमएल में 20 मिलीग्राम और 25 एमएल में 50 मिलीग्राम, दोनों में 2 मिलीग्राम प्रति एमएल है. इस जेनेरिक दवा को डोक्सिल लिपोसोम इंजेक्शन नामक मूल ब्रांडेड वर्जन के चिकित्सीय रूप की तरह ही माना जाता है, जिसे बैक्सटर हेल्थकेयर कॉर्प द्वारा बनाया गया है.

एलेम्बिक ने IQVIA (एक स्वास्थ्य सेवा अनुसंधान फर्म) के डेटा का उपयोग करते हुए अनुमान लगाया कि मार्च 2025 में समाप्त होने वाली 12 महीने की अवधि के लिए डॉक्सोरूबिसिन हाइड्रोक्लोराइड लिपोसोम इंजेक्शन के लिए अमेरिकी बाजार का मूल्य लगभग 29 मिलियन डॉलर का है.
पिछले सप्ताह एलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स ने कहा कि यूएसएफडीए ने गुजरात के कराखाडी में स्थित अपनी एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट) विनिर्माण सुविधा के लिए एक स्थापना जांच रिपोर्ट (ईआईआर) जारी की है.
यूएसएफडीए ने 17 मार्च से 21 मार्च, 2025 तक एलेम्बिक फार्मा की कराखाडी सुविधा का निरीक्षण किया. कंपनी ने पुष्टि की कि निरीक्षण 21 मार्च, 2025 को पूरा हो गया था.
ईआईआर (इस्टेब्लिशमेंट इंस्पेक्शन रिपोर्ट) एक विस्तृत रिपोर्ट है, जो यूएसएफडीए द्वारा उस कंपनी का निरीक्षण करने के बाद तैयार की जाती है, जो एजेंसी द्वारा रेग्यूलेटिड दवा प्रोडक्ट्स का निर्माण, प्रोसेसिंग या डिस्ट्रीब्यूशन करती है.

LIC की भी हिस्सेदारी

कंपनी में एलआईसी की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, मार्च 2025 तक, कंपनी में एलआईसी के पास 8,495,125 शेयर यानी 4.32 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.

Source: Economic Times