इस रिकवरी के नतीजे में, मई और जून के दौरान करीब 17 अरब डॉलर के डील्स हुए. इसमें से भी करीब 10 अरब डॉलर की डील्स तो जून महीने के दौरान ही हुए हैं.
क्यों और कैसे बढ़ा रही इक्विटी सप्लाई?
Jefferies ने रिपोर्ट में कहा, “मई और जून के दौरान इक्विटी सप्लाई में यह बढ़ोतरी प्रमुख तौर पर बड़े प्रोमोटर या PE फर्म्स की बिकवाली से बढ़ा है. इस दौरान कुल इक्विटी सप्लाई का करीब 75% हिस्सा इन्हीं दो तरीकों से आया है. इसमें से से करीब 48% बिकवाली विदेशी और 52% बिकवाली घरेलू रास्ते से आए हैं.” इसके अलावा बाकी इक्विटी सप्लाई क्वॉलिफाईड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट्स और IPOs के जरिए आए हैं.
आगे भी इक्विटी सप्लाई बढ़ने के मजबूत ट्रिगर
Jefferies के अनुसार, 1 जुलाई से ब्लॉक डील विंडो बंद होने के बाद भी छोटी अवधि में इक्विटी सप्लाई की पाइपलाइन मजबूत दिख भी रही है. करीब 65 IPOs फिलहाल रेगुलेटरी मंजूरी के इंतजार में हैं. आने वाले महीनों में इनमें से ज्यादातर बाजार में उतरने की तैयारी में हैं. कारोबारी साल 2025 के दौरान सेबी के पास 211 DRHP फाइल किए गए हैं. चालू कारोबारी साल के पहले तीन महीनों के दौरान अब तक 56 नई फाइलिंग्स हो चुकी हैं.
FY26 के बाकी 9 महीनों में भी तेजी की उम्मीद
ब्रोकरेज फर्म ने नोट में लिखा, चालू कारोबारी साल के बाकी 9 महीनो के दौरान औसतन 60 – 80 अरब डॉलर की इक्विटी सप्लाई का हमारा अनुमान है. इसमें इंटरनेट, कैपिटल मार्केट्स, टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी कई नामी कंपनियांस और फाइनेंशियल सेक्टर से QIPs शामिल होंगे.” इसके अलावा चालू कारोबारी साल में 47,000 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य भी सरकार के लिए बेहद अहम है.
कारोबारी साल | कितने DRHP फाइल हुए |
FY17 | 38 |
FY18 | 71 |
FY19 | 78 |
FY20 | 44 |
FY21 | 43 |
FY22 | 164 |
FY23 | 101 |
FY24 | 145 |
FY25 | 211 |
FY26 (अब तक) | 56 |
इन्हीं वजहों का हवाला देते हुए Jefferies का अनुमान है कि छोटी अवधि में बाजार से सीमित रिटर्न मिल सकता है. ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs) के फ्लो पर नजर होगी. खासकर, एक ऐसे समय में, जब घरेलू फ्लो बढ़ने की उम्मीद कम है. ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि बीते 12-महीने के इक्विटी रिटर्न सितंबर 2025 तक कम होते रहेंगे.
डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी/CNBC-आवाज़ पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें.
Source: CNBC