Sansera Engineering News: सैंसेरा इंजीनियरिंग लिमिटेड को एक बड़ा हाथ लगा है। मंगलवार को कंपनी ने अपने एक बयान में बताया कि उसने एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ एक लॉन्ग टर्म पीरिएड के एग्रीमेंट साइन किया है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत वह हल्के और मध्यम ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट के लिए खास मेडिकल इवैक्यूएशन सिस्टम यानी एयरबोर्न इंटेंसिव केयर ट्रांसपोर्ट मॉड्यूल (AICTM) की मैन्युफैक्चरिंग, सप्लाई और सपोर्ट का काम करेगी। इस डील की वैल्यू 160 करोड़ रुपये है। बता दें कि एयरबस डिफेंस एंड स्पेस ने पहली बार ICTM किट के लिए किसी भारतीय कंपनी को ऑर्डर दिया है।
ऑर्डर मिलने पर कंपनी ने जताई खुशी
कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एस. शेखर वासन ने इस ऑर्डर को कंपनी के लिए एक बड़ा कीर्तिमान बताया है। उन्होंने कहा,’एयरबस जैसे बड़े नाम के साथ ये पार्टनरशिप हमें उनका भरोसामंद सप्लायर बनाएगी। ये हमारी एयरोस्पेस फील्ड में बड़ी छलांग है।’ उन्होंने आगे कहा कि ये डील भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को और बल देगी। इसके अलावा, ये भारत की डिफेंस और एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता को विश्व पटल पर लाती है।
बढ़ोतरी के साथ बंद हुए शेयर
बता दें कि मंगलवार को सैंसेरा इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर 4 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी के साथ 1,405 रुपये पर इंट्राडे हाई बनाए हैं। हालांकि, शेयरों की क्लोजिंग 1.33% की तेजी के साथ 1,360 के लेवल पर हुई है। पिछले एक महीने के दौरान इस स्टॉक ने 25 प्रतिशत से अधिक की तेजी दर्ज की है, जबकि 6 महीने की अवधि में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, एक साल के दौरान निवेशकों को 30 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न मिला है। पांच साल में इसने 66 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है।
FII ने भी किया है निवेश
गौरतलब है कि इस स्टॉक में 31 मार्च 2025 तक फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (FIIs) की 20.1 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जबकि म्यूचुअल फंड्स का 26.3 प्रतिशत निवेश है। प्रमोटर होल्डिंग की बात करें, तो 31 मार्च 2025 तक 30.4 प्रतिशत थी, जबकि पब्लिक 12.5 प्रतिशत थी। इसका पूंजीकरण 8.44 हजार करोड़ रुपये है। इसने 1,758.30 रुपये के स्तर पर 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ था, जबकि 52 वीक का लो लेवल 955 रुपये है।
Source: Mint