Prime Focus Shares: शेयर बाजार में कभी-कभी ऐसी हलचल मच जाती है कि सबकी नजर वहीं टिक जाती है। यही हाल इस वक्त प्राइम फोकस लिमिटेड (Prime Focus Ltd) के शेयरों का है। कंपनी के शेयर लगातार चढ़ रहे हैं और इस बढ़त के पीछे बड़े-बड़े निवेशकों के साथ-साथ बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर का नाम भी जुड़ गया है।
10% अपर सर्किट
मंगलवार को प्राइम फोकस लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 10% के अपर सर्किट में ₹191.25 तक पहुंच गए। यह लगातार चौथे दिन की तेजी है, और स्मॉलकैप शेयर ने सिर्फ एक महीने में 26%, तीन महीनों में 70% और छह महीनों में 92% तक का उछाल दिखाया है। पांच सालों में इस स्टॉक ने 400% का रिटर्न दिया है।
दिग्गज निवेशकों की एंट्री
एनएसई के ब्लॉक डील डेटा के मुताबिक, जाने-माने निवेशक मधुसूदन केला की कंपनी Singularity Large Value Fund ने 62.5 लाख शेयर खरीदे, जो कंपनी में 2.01% हिस्सेदारी है। इसी दौरान रमेश दामानी ने 8 लाख और उत्पल शेठ ने 17.5 लाख शेयर खरीदे।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
जहां एक ओर भारतीय दिग्गजों ने खरीदारी की, वहीं विदेशी निवेशकों ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाई। Marina IV और Augusta Investments ने मिलकर 1 करोड़ से ज्यादा शेयर ऑफलोड किए।
रणबीर कपूर का बड़ा दांव
शेयर मार्केट में असली हलचल तब मची जब यह खबर सामने आई कि रणबीर कपूर भी प्राइम फोकस में निवेश कर रहे हैं। इकोनॉमिक टाइम्स ने एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि रणबीर ने ₹15–20 करोड़ का निवेश प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट से किया है। कंपनी ने 46 करोड़ से ज्यादा शेयर जारी करने की मंजूरी दी थी और रणबीर कपूर को इसमें से लगभग 12.5 लाख शेयर मिलने वाले हैं।
कंपनी प्रोफाइल
प्राइम फोकस की स्थापना 1997 में नमित मल्होत्रा ने की थी जो आज विज़ुअल इफेक्ट्स (VFX) और पोस्ट-प्रोडक्शन इंडस्ट्री में ग्लोबल लीडर बन चुकी है। इसकी सब्सिडियरी डबल निगेटिव (DNEG) हॉलीवुड की कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों जैसे TENET और Dune के लिए ऑस्कर जीत चुकी है।
स्टॉक मार्केट के जानकार मानते हैं कि दिग्गज निवेशकों और रणबीर कपूर जैसे बड़े नामों की एंट्री से यह शेयर आने वाले समय में और चर्चा बटोर सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले रिस्क को ध्यान में रखना जरूरी है, क्योंकि स्मॉलकैप स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव तेज होता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।
Source: Mint