₹3,47,00,00,00,000 का है मुकेश अंबानी की इस कंपनी पर कर्ज, कहीं आपके पोर्टफोलियो में तो नहीं इसके शेयर? जल्दी चेक करें

Reliance Industries Annual Report 2024-25: देश की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपनी सालाना रिपोर्ट 2024-25 जारी की है, जो कई दिलचस्प और चौंकाने वाले आंकड़े सामने लाती है। सबसे बड़ी बात ये कि कंपनी अच्छा मुनाफा कमा रही है, लेकिन उसकी बैलेंस शीट पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी की कंपनी पर इस साल कुल कर्ज 3.47 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2024 में यह कर्ज 3.24 लाख करोड़ रुपये था। इसका मतलब है, कंपनी की देनदारी बीते साल की तुलना में और बढ़ी है। वहीं अगर नेट प्रोफिट की बात करें, तो ये 1.17 लाख करोड़ रुपये है, जो निवेश और खर्च को मिलाकर कर्ज के घट-बढ़ का साफ आंकड़ा दिखाता है।

कंपनी ने किया तगड़ा निवेश

रिलायंस ने अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए इस साल जमकर पैसा लगाया है। साल 2024-25 में कंपनी ने करीब 1.31 लाख करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि पिछले साल ये खर्च 1.31 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा ज्यादा था। ये पैसा खास तौर पर नए ऑयल-टू-केमिकल प्रोजेक्ट्स, रिटेल स्टोर्स, डिजिटल सर्विसेस को बेहतर बनाने और नई एनर्जी प्रोजेक्ट्स में लगाया गया।

कहां हुआ नुकसान?

रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी में रूस से आया तेल कंपनी के लिए फायदेमंद रहा, लेकिन हाल के अंतरराष्ट्रीय बदलावों की वजह से कंपनी को कुछ नुकसान भी झेलना पड़ा। अगर कमाई की बात करें तो कंपनी की कुल इनकम 5.57 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के मुकाबले 3.1% कम है। वहीं EBITDA (यानि ऐसा मुनाफा जिसमें टैक्स, ब्याज वगैरह नहीं जुड़ा होता) 14.2% घटकर 74,163 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले साल ये 86,393 करोड़ रुपये था।

हालांकि इतना सब होने के बाद भी कंपनी ने पहली तिमाही में उम्मीद से ज्यादा 26,994 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, जो पिछले साल से 78% ज्यादा है। इसी वजह से मॉर्गन स्टेनली, मोतीलाल ओसवाल और कई दूसरे ब्रोकरेज फर्म्स ने रिलायंस के शेयर खरीदने की सलाह दी है।लेकिन हैरानी की बात ये है कि मुनाफा और सलाह के बावजूद, पिछले 30 दिनों में कंपनी के शेयरों में 7% से ज्यादा की गिरावट आई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार की मौजूदा हालत और अमेरिका द्वारा रूस से तेल खरीद पर सख्ती की वजह से ऐसा हुआ।

हालांकि रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अमेरिका ने रूस से तेल खरीद पर 25% एक्स्ट्रा टैक्स नहीं लगाने का फैसला लिया है, जिससे अगले हफ्ते से शेयरों में फिर से तेजी आ सकती है। कुल मिलाकर, रिलायंस अभी कर्ज के दबाव में काम कर रही है, लेकिन उसका मुनाफा अच्छा है और आगे की प्लानिंग भी मजबूत है। अब देखना ये है कि बाजार की हालत आने वाले दिनों में सुधरती है या नहीं। सबकी नजरें फिलहाल मुकेश अंबानी और उनकी रणनीति पर टिकी हैं।

Source: Mint