हिंदुस्तान जिंक का पहली तिमाही में नेट प्रॉफिट 5% घटा, रेवेन्यू 4.4% कम हुआ, शेयर प्राइस गिरे

मेटल सेक्टर की कंपनी हिंदुस्तान ज़िंक ने शुक्रवार को शेयर बाज़ार में कारोबार के दौरान वित्तवर्ष 2026 की पहली तिमाही के अपने वित्तीय परिणाम घोषित किये. परिणाम के बाद हिंदुस्तान ज़िंक के शेयर में गिरावट हुई. Hindustan Zinc Ltd के शेयर शुक्रवार को 435.40 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 1.84 लाख करोड़ रुपए है. यह एक हाई डिविडेंड स्टॉक है, जिसकी डिविडेंड यील्ड 5.57% है.

वेदांता लिमिटेड के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान ज़िंक ने शुक्रवार को जून 2025 को समाप्त पहली तिमाही के लिए 2,234 करोड़ रुपये का कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में पोस्ट किए गए 2,345 करोड़ रुपये के प्रॉफिट की तुलना में 4.7% साल-दर-साल (YoY) गिरावट को दर्शाता है.
हिंदुस्तान ज़िंक ने कहा कि वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही के लिए परिचालन से उसका कुल राजस्व 7,771 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 25 की जून तिमाही में दर्ज 8,130 करोड़ रुपये के राजस्व की तुलना में 4.4% की साल-दर-साल गिरावट को दर्शाता है.

कंपनी ने मार्च 2025 तिमाही से 14.5% की तीव्र राजस्व गिरावट देखी, जब इसने 9,087 करोड़ रुपये का अपना सर्वश्रेष्ठ तिमाही रेवेन्यू पोस्ट किया था.
कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में राजस्व में गिरावट “कम बिक्री और ज़िंक व सीसे की कम कीमतों के कारण हुई, जिसकी भरपाई चांदी की ऊंची कीमतों, मज़बूत डॉलर और ज़्यादा उप-उत्पाद प्राप्तियों से आंशिक रूप से हो गई”
चीफ फाइनेंस ऑफिसर संदीप मोदी ने कहा, “कमोडिटी क्षेत्र की चुनौतियों और कमज़ोर डॉलर के बावजूद टिकाऊ और कुशल उत्पादन पर हमारे ध्यान ने हमें 50% का लगातार EBITDA मार्जिन हासिल करने में सक्षम बनाया.”
जून तिमाही के लिए समेकित कुल व्यय 5,065 करोड़ रुपये रहा, जो जून 2024 तिमाही में दर्ज 5,284 करोड़ रुपये के व्यय से 4% कम है.
हिंदुस्तान ज़िंक में इस साल अब तक लगभग 4% और पिछले छह महीनों में 7% की वृद्धि हुई है, लेकिन पिछले दो हफ्तों में 2% की गिरावट आई है.
तकनीकी संकेतक लगातार कमजोरी की ओर इशारा करते हैं. स्टॉक वर्तमान में 5-डे से 200-डे तक सभी प्रमुख मूविंग मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहा है, जो निरंतर मंदी की गति को दर्शाता है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 43.5 पर है, जो इसे न्यूट्रल ज़ोन में है, जबकि MACD -8 पर नेगेटिव ज़ोन में बना हुआ है, जो डाउनट्रेंड दिखा रहा है.

पहली तिमाही का कमजोर प्रदर्शन मार्च 2025 तिमाही के मजबूत प्रदर्शन के बाद हुआ है, जहां कंपनी ने शुद्ध लाभ में 47% की सालाना वृद्धि के साथ 3,003 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, जिसे धातु की बढ़ी हुई कीमतों, मजबूत वॉल्यूम और कम उत्पादन लागत से बढ़ावा मिला. वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में राजस्व सालाना आधार पर 20% बढ़कर 9,087 करोड़ रुपये हो गया, जबकि EBITDA 32% बढ़कर 4,816 करोड़ रुपये हो गया और मार्जिन 500 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 53% हो गया.

Source: Economic Times