हाई डिविडेंड यील्ड कंपनी हिंदुस्तान ज़िंक पहली तिमाही नतीजों के साथ दे सकती है डिविडेंड, कंपनी का प्रॉफिट कम हो सकता है

मेटल सेक्टर की कंपनी Hindustan Zinc Ltd के बोर्ड की बैठक अगले सप्ताह होगी, जिसमें तिमाही परिणामों के साथ साथ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लिया जाएगा. हिंदुस्तान ज़िंक के शेयर प्राइस मंगलवार को 437.50 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 1.85 लाख करोड़ रुपए है. इस कंपनी की डिविडेंड यील्ड हाई है और यह 5.54% की डिविडेंड यील्ड से अपने निवेशकों को डिविडेंड का भुगतान करती है. कंपनी इस बार भी अच्छे डिविडेंड की घोषणा कर सकती है.

हिंदुस्तान ज़िंक का बोर्ड इस सप्ताह के अंत में चालू वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) की पहली तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा पर विचार करने के लिए बैठक करने वाला है. मेटल सेक्टर की इस लार्ज-कैप कंपनी ने मंगलवार को एक फाइलिंग में कहा कि उसका बोर्ड अप्रैल-जून अवधि के वित्तीय परिणामों पर विचार और अनुमोदन के लिए शुक्रवार, 18 जुलाई को बैठक करने वाला है.

हिंदुस्तान जिंक ने एक फाइलिंग में कहा,

“कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक शुक्रवार, 18 जुलाई, 2025 को आयोजित की जाएगी, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ 30 जून, 2025 को समाप्त पहली तिमाही के लिए कंपनी के अनऑडिटेड कंसोलिडेट और स्टैंडअलोन फाइनेंशियल रिज़ल्ट पर विचार और अनुमोदन किया जाएगा.”

इस महीने की शुरुआत में कंपनी द्वारा साझा किए गए पहली तिमाही के बिज़नेस अपडेट के अनुसार, हिंदुस्तान ज़िंक ने पहली तिमाही में अब तक का सबसे अधिक खनन धातु उत्पादन 265 किलोटन दर्ज किया, जो साल-दर-साल (YoY) 1% की वृद्धि दर्शाता है. हालांकि पहली तिमाही में आमतौर पर की जाने वाली नियमित खदान तैयारी गतिविधियों के कारण उत्पादन तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) कम रहा.
परिष्कृत धातु का उत्पादन 250 किलोटन रहा, जो वर्ष-दर-वर्ष 5% तथा तिमाही-दर-तिमाही 7% की गिरावट को दर्शाता है, जिसका मुख्य कारण नियोजित मैन्टेनेंस और प्लांट उपलब्धता संबंधी बाधाएं हैं.
हिंदुस्तान जिंक एलॉयज, जो कि एचजेडएल की 100% स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, उसने 5.1 किलोटन का अब तक का सर्वाधिक तिमाही उत्पादन करने का मुकाम हासिल किया.

हिंदुस्तान जिंक की पहली तिमाही कैसी हो सकती है

ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ (केआईई) का अनुमान है कि हिंदुस्तान ज़िंक का पहली तिमाही का मुनाफा 11% घटकर 3830.4 करोड़ रुपए रह जाएगा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 3946 करोड़ रुपए रहा था. तिमाही आधार पर कंपनी का अनुमान है कि मुनाफे में 30% की गिरावट आएगी.
इस बीच यह अनुमान है कि नेट सेल में वर्ष-दर-वर्ष 3.4% और तिमाही-दर-तिमाही 13.6% की गिरावट आएगी और यह 7855 करोड़ रुपए रह जाएगी, जबकि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में यह 8130 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 9087 करोड़ रुपए थी.

ब्रोकरेज ने कहा,

“हमारा अनुमान है कि ईबीआईटीडीए में तिमाही-दर-तिमाही 21% (वर्ष-दर-वर्ष -2.9%) की कमी आएगी, जिसका कारण वर्ष-दर-वर्ष आधार पर जस्ता/सीसा की कम कीमतें और मात्रा होगी, जिसकी आंशिक भरपाई चांदी की बेहतर कीमतों से होगी.”
एमके ग्लोबल ने यह भी अनुमान लगाया है कि हिंदुस्तान जिंक का ईबीआईटीडीए कम जिंक वॉल्यूम से प्रभावित होगा, जो कि क्रमिक रूप से 5.6% कम है. साथ ही क्रमिक रूप से कम जिंक की कीमतें, जो कि पहली तिमाही में 7.1% तिमाही दर तिमाही कम है, तथा कम चांदी वॉल्यूम, जो कि तिमाही दर तिमाही 15.8% कम है, से भी प्रभावित होगा.

ब्रोकरेज ने आगे कहा, “हालांकि, पहली तिमाही में चांदी की औसत कीमतें 5.7% बढ़कर 33.7 डॉलर प्रति औंस हो गईं, जबकि चौथी तिमाही में यह 31.9 डॉलर प्रति औंस थी. नतीजतन हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में मार्जिन प्रोफाइल थोड़ा प्रभावित होगा, जो वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के 54.6% के मुकाबले 51.5% रहेगा.”

Source: Economic Times