स्टार इन्वेस्टर डॉली खन्ना के पोज़ीशन लेते ही उड़ने लगा 40 रुपये का यह स्टॉक, लगा 10% का अपर सर्किट, जानिए कौन है पोर्टफोलियो का नया मेंबर

नई दिल्ली: पेनी स्टॉक Coffee Day Enterprises में बुधवार को जबरदस्त रैली देखने को मिली. स्टॉक में 10 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया, जिससे स्टॉक की कीमत 40 रुपये पर लॉक हो गई. जबकि मंगलवार को यह स्टॉक 36.33 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. पिछले 5 दिनों में स्टॉक की कीमत 15 प्रतिशत से ज़्यादा बढ़ी है. यह तेज़ी तब देखने को मिली है जब स्टॉक के लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग पैटर्न से पता चला है कि दिग्गज निवेशक डॉली खन्ना ने जून 2025 तिमाही के दौरान कंपनी में हिस्सेदारी खरीदी है.

कंपनी में खरीदी हिस्सेदारी

कंपनी के लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग पैटर्न से पता चला है कि दिग्गज निवेशक डॉली खन्ना ने जून 2025 तिमाही के दौरान कंपनी में 1.55 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदी है.
लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग के अनुसार, खन्ना के पास अब बेंगलुरु स्थित कंपनी कॉफ़ी डे एंटरप्राइजेज के 32.78 लाख शेयर हैं. मार्च 2025 तिमाही के शेयरधारिता डेटा में उनका नाम लिस्टेड नहीं था, जिसका अर्थ है कि उन्होंने या तो ये शेयर हाल ही में खरीदे हैं या पहले से ही उनकी थोड़ी हिस्सेदारी (1% से कम) थी, जिसे सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट करने की आवश्यकता नहीं थी.

डॉली खन्ना का स्टॉक पर यह भरोसा एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है, क्योंकि इस स्टॉक ने पिछले वर्ष के दौरान कमज़ोर प्रदर्शन किया है. लेकिन इस साल 2025 में इसने अच्छा परफॉरमेंस दिया है.

डॉली खन्ना का पोर्टफोलियो

चेन्नई की निवेशक डॉली खन्ना, जो उभरती हुई कंपनियों में शुरुआती निवेश के लिए जानी जाती हैं, ने इसी तिमाही में प्रकाश इंडस्ट्रीज में अपना निवेश बढ़ाया है. उन्होंने अपनी हिस्सेदारी में 0.2% की बढ़ोतरी की, जिससे उनकी कुल हिस्सेदारी 2.27% हो गई, जो 40,56,674 शेयरों के बराबर है.
ट्रेंडलाइन के अनुसार, डॉली खन्ना के पास वर्तमान में 16 सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनियों के शेयर हैं, और इन शेयरों का कुल मूल्य 458.8 करोड़ से अधिक है. उनका सबसे बड़ा निवेश जुआरी इंडस्ट्रीज में है, जहाँ उनकी कंपनी में 1.7% हिस्सेदारी है. इसके अलावा, जीएचसीएल और पॉलीप्लेक्स कॉर्पोरेशन में भी उनकी 1.1% हिस्सेदारी है.

डॉली खन्ना 1996 से शेयर बाजार में निवेश कर रही हैं. वे कम मूल्य वाले शेयरों को चुनने और साहसिक निर्णय लेने की अपनी रणनीति के लिए जानी जाती हैं और उन पर कड़ी नज़र रखी जाती है, खासकर स्मॉल और मिडकैप की कंपनियों में, जिन्हें दूसरे लोग नज़रअंदाज़ कर सकते हैं.

Source: Economic Times