शेयर बाजार में आज भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स करीब 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज किए। आज सेंसेक्स कामकाज के लिए 82,820.76 के लेवल पर खुला, जबकि गुरुवार को 83,190.28 के लेवल पर बंद हुआ था। वहीं, दिन के कारोबार के दौरान यह 700 अंकों से अधिक की गिरावट के साथ 82,451.50 के नीचले स्तर पर आ गया। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स ने 25,255.50 के लेवल पर ओपनिंग दी, जबकि गुरुवार को 25,355.25 के लेवल पर बंद हुआ था। यह दिन के कारोबार में 25,136.75 तक आ गया था।
निवेशकों के 3 लाख करोड़ डूबे
आज के कारोबारी सत्र में स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि निफ्टी ऑटो और निफ्टी आईटी में 2 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। फार्मा सेक्टर में भी 1 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। शेयर बाजार में इस गिरावट की वजह से बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनी के मार्केट कैपिटल में 3 लाख रुपये करोड़ की गिरावट आई है, जिसके बाद यह 457 लाख करोड़ रुपये हो गया। आइए मार्केट में गिरावट के प्रमुख कारण जानते हैं।
कमजोर तिमाही नतीजे
आज की गिरावट की मुख्य वजहों में से एक कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे हैं। देश की दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस ने बीते कल अपने नतीजे पेश कर दिए। टीसीएस ने लगातार तीसरी तिमाही अपनी इनकम में गिरावट दर्ज की है। इस खबर से निवेशकों का सेंटीमेंट बदला और आईटी सेक्टर में बिकवाली हुई।
अमेरिकी टैरिफ का असर
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कनाडा पर 35 प्रतिशत टैरिफ के ऐलान के बाद ग्लोबल ट्रेड वार की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में निवेश सतर्क दिखे। ट्रंप का नया टैरिफ 1 अगस्त 2025 से लागू होगा।
मार्केट की हाई वैल्यूएशन
शेयर मार्केट का मौजूदा वैल्यूएशन काफी हाई है। कोटक महिंद्रा एएमसी की सीनियर फंड मैनेजर शिबानी कुरियन ने कहा कि कमजोर अर्निंग के बीच मार्केट का हाई वैल्यूएशन निवेशकों को सतर्क कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि शॉर्ट टर्म में मार्केट से मामूली रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है। दरअसल, वैल्यूएशन हाई होने से जोखिम बढ़ गया है।
Source: Mint