सेंसेक्स में 270 अंकों की बढ़त, तो निफ्टी 25,500 के लेवल पर हुआ क्लोज़, फाइनेंशियल स्टॉक्स में देखी गई बढ़त

नई दिल्ली: मंगलावर को शेयर मार्केट बढ़त के साथ बंद हुआ. दोनों ही बेंचमार्क इंडेक्स में बढ़त देखी गई, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी 50 हरे निशान पर बंद हुए. एक तरफ़ सेंसेक्स मंगलवार को 83,387 के लेवल पर खुला और दिन के आख़िर तक ये 0.32 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 83,712 के लेवल पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 50 मंगलवार को 25,427 के लेवल पर खुला और दिन के आख़िर तक 0.24 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 25,522 के लेवल पर बंद हुआ.

शेयर मार्केट में बढ़त के बावजूद, निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 गिरावट के साथ बंद हुए. एक तरफ़ निफ्टी मिडकैप 100 में 0.17 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. तो दूसरी तरफ़ निफ्टी स्मॉलकैप 100 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ.

ये रहे टॉप गेनर और लूजर्स

निफ्टी 50 के टॉप गेनर की बात करें तो इसमें सबसे टॉप पर कोटक बैंक का स्टॉक रहा, जिसमें 3.48 प्रतिशत की तेज़ी देखी गई. इसके बाद इटरनल में 1.92 प्रतिशत की तेज़ी, एशियन पेंट्स में 1.72 प्रतिशत की तेज़ी, एनटीपीसी में 1.71 प्रतिशत की तेज़ी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में 1.51 प्रतिशत की तेज़ी देखने को मिली.
वहीं निफ्टी 50 के टॉप लूजर्स को देखें तो इसमें सबसे ज़्यादा नुकसान टाइटन कंपनी के स्टॉक को हुआ, जिसमें 6 प्रतिशत से ज़्यादा की गिरावट देखी गई. इसके बाद डॉ रेड्डीज में 2 प्रतिशत की गिरावट, बजाज ऑटो में 1.47 प्रतिशत की गिरावट, सिप्ला में 1.47 प्रतिशत की गिरावट और ट्रेंट में 1.08 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.

सेक्टोरल इंडेक्स

शेयर मार्केट में बढ़त के बावजूद, कुछ सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट देखी गई. सबसे ज़्यादा नुकसान निफ्टी कैपिटल मार्केट को हुआ, जो 1.65 प्रतिशत तक लुढ़क गया. इसके बाद निफ्टी फार्मा में 0.89 प्रतिशत की गिरावट, निफ्टी ऑटो में 0.38 प्रतिशत की गिरावट, निफ्टी इंडिया कंज्यूमर में 0.33 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली.

सबसे ज़्यादा प्रॉफिट निफ्टी रियल्टी को हुआ, जिसमें 0.99 प्रतिशत की तेज़ी देखी गई. इसके बाद निफ्टी इंडिया टूरिज्म में 0.84 प्रतिशत की तेज़ी, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.68 प्रतिशत की रफ्तार, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.66 प्रतिशत की तेज़ी, निफ्टी बैंक में 0.54 प्रतिशत की तेज़ी और निफ्टी आईटी में 0.30 प्रतिशत की तेज़ी देखने को मिली.

Source: Economic Times