Cryptocurrency News: देश के बड़े निवेशक अब क्रिप्टोकरेंसी की ओर अपना रुख कर रहे हैं। शेयर मार्केट और गोल्ड जैसे निवेश विकल्प में अब ज्यादा प्रॉफिट की गुंजाइश कम दिख रही है, जिसकी वजह से इन्वेस्टर्स डिजिटल करेंसी को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर रहे हैं। बीते साल नवंबर में अमेरिका में दूसरी बार डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद भारत हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) ने क्रिप्टो में अपना निवेश बढ़ाया है। इस हफ्ते दुनिया की सबसे फेमस क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने 1,20,000 डॉलर के रिकॉर्ड हाई को टच किया। वहीं, पिछले एक साल की अवधि में इसकी कीमतों में 90 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया है।
इन कारणों से बढ़ा निवेश
इकोनॉमिक टाइम्स को कॉइनस्विच के वाइस प्रेसिडेंट अतुल अहलूवालिया ने बताया, ‘बीते 6 महीनों में हम देख रहे हैं कि HNI और फैमली ऑफिस अब अपने पोर्टफोलियो का एक भाग डिजिटल एसेट्स को दे रहे हैं। बातचीत अब ‘क्रिप्टो क्यों’ से हटकर ‘कितना और कहां’ पर आ गई है।’ उन्होंने आगे कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का क्रिप्टोकरेंसी को खुला सपोर्ट इस मार्केट में नई तेजी की बड़ी वजह है। इसके अलावा, स्टॉक मार्केट में हाई वैल्यूएशन, सोने के भाव रिकॉर्ड हाई और बॉन्ड्स में अस्थिरता ने इन्वेस्टर्स को क्रिप्टो जैसे ऑप्शनल इन्वेस्टमेंट की ओर ले गया है।
बिटकॉइन के अलावा अन्य कॉइन्स में भी तेजी
वहीं, मुड्रेक्स के इंडियन मार्केट हेड प्रांजल अग्रवाल ने कहा, ‘भारत के सेकेंडरी मार्केट में आकर्षक निवेश के अवसर कम होने और अस्थिरता बढ़ने के कारण से HNI अब डिजिटल एसेट्स की ओर बढ़ रहे हैं।’ क्रिप्टो मार्केट में उछाल का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बिटकॉइन के अलावा अन्य प्रमुख कॉइन्स जैसे ईथेरियम (4.12% ऊपर), सोलाना (1.08% ऊपर), और BNB (0.13% ऊपर) की ओर भी निवेशक बढ़े हैं।
कुछ क्रिप्टो करेंसी में मामूली गिरावट
हालांकि, कुछ कॉइन्स जैसे XRP (-1.27%) और बिटकॉइन (-1.76%) में मामूली गिरावट भी देखी गई। इसके बावजूद, NFT और मेटावर्स ट्रैकर (34.30%), वेब3 ट्रैकर (23.80%), स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट ट्रैकर (16.05%), और DeFi ट्रैकर (15.30%) जैसे कॉइन सेट्स में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है।
Source: Mint