Suzlon Energy Share Price: सोमवार को एनर्जी सेक्टर की फेमस कंपनी सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली है। दूसरी ओर, शेयर बाजार में जोरदार उछाल दर्ज किया गया है। इसके शेयर आज के कारोबार में 5 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज किए हैं। हालांकि, कारोबार की शुरुआत हरे निशान में हुई थी। सुजलॉन के शेयर आज सुबह 61.50 रुपये के लेवल पर कामकाज की शुरुआत किए, जबकि 56.62 रुपये के भाव पर पहुंचकर इंट्राडे लो बनाए हैं। हालांकि, कुछ समय बाद शेयरों ने रिकवरी की। दोपहर 2:21 बजे सुजलॉन के शेयर लगभग 3.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे।
इस वजह से डगमगाया निवेशकों का भरोसा
दरअसल, अप्रैल-जून 2025 तिमाही के नतीजों के बाद से निवेशकों का भरोसा डगमगाया हुआ है। कंपनी ने बीते सप्ताह अपना वित्तीय रिजल्ट पेश किया था। इस दौरान कंपनी ने बताया कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 324 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 7.2 प्रतिशत कम है। मुनाफा में गिरावट की मुख्य वजह 134 करोड़ रुपये का डिफर्ड टैक्स चार्ज है। इस टैक्स चार्ज के कारण मुनाफा में बढ़ोतरी सीमित रही। हालांकि, कंपनी के रेवेन्यू में शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह 55% उछलकर 3,117 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में 2,016 करोड़ रुपये था। EBITDA भी 62% बढ़कर 599 करोड़ रुपये रहा, और EBITDA मार्जिन 18.4% से सुधरकर 19.2% हो गया।
शेयरों में गिरावट की ये भी एक वजह
इसके अलावा, निवेशकों के विश्वास पर कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) के इस्तीफा का भी असर पड़ा है। दरअसल, सुजलॉन के CFO हिमांशु मोदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और उनका कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त हो रहा है। कंपनी ने बताया कि वह नया CFO खोजने के फाइनल स्टेज में है, लेकिन अभी तक किसी नाम पर मुहर नहीं लगी है। हिमांशु मोदी ने अपने एक बयान में कहा, यह डिफर्ड टैक्स चार्ज सिर्फ एक अकाउंटिंग एडजस्टमेंट है और इसका कोई कैश प्रभाव नहीं है। लेकिन निवेशक इसको नॉकारत्मक रूप से देख रहे हैं।
भविष्य में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद
हालांकि, मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकरेज फर्म सुजलॉन पर बुलिश रुख अपना रहे हैं। ICICI सिक्योरिटीज का कहना है कि सुजलॉन की 40% मार्केट हिस्सेदारी इसे डोमैस्टिक मार्केट में मजबूत स्थिति देती है। कंपनी ने FY26 में 60% ग्रोथ का टार्गेट रखा है। इसने पिछली कुछ तिमाहियों में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसने निवेशकों के विश्वास को बढ़ाया है। कंपनी का ऑर्डर बुक 5.7 गीगावाट तक पहुंच चुका है, जिसमें 75 प्रतिशत ऑर्डर कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल और PSU सेममेंट से मिले हैं। रिपोर्ट की गई तिमाही में कंपनी ने 44 गीगावाट की रिकॉर्ड डिलीवरी की।
Source: Mint