शेयरों की कीमतों में गिरावट के बावजूद अच्छा रिटर्न देने में कामयाब रहीं ये PSUs, जानें डिविडेंड ने कैसे बदला खेल

BSE PSU इंडेक्स पिछले एक साल में लगभग 14% गिरा है और इसके ज्यादातर शेयरों ने नेगेटिव रिटर्न दिया है. हालांकि, इस दौरान कुछ कंपनियों ने भारी डिविडेंड की बदौलत अच्छा रिटर्न देकर अपनी अलग पहचान बनाई है. केनरा बैंक इसी लिस्ट का हिस्सा है, जिसके शेयर पिछले एक साल में 1% गिरे हैं, लेकिन इसका कुल रिटर्न 3% रहा. यह पब्लिक सेक्टर कंपनियों में सबसे ज्यादा रिटर्न्स में से एक है. आपको बता दें कि कुल रिटर्न, शेयर की कीमत और उस पीरियड के दौरान दिए गए डिविडेंड को मिलाकर बनता है.

ये भी हैं लिस्ट में शामिल 
इस लिस्ट में अगला नाम SBI का है, जिसने अपने शेयरों में 1.4% की गिरावट के बावजूद पॉजिटिव रिटर्न दिया है. कम शेयर रिटर्न लेकिन ज्यादा कुल रिटर्न वाली दूसरी  पब्लिक सेक्टर कंपनियों में NMDC और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं. कारोबारी साल 2025 में, NMDC ने अपने प्रॉफिट का 43% डिविडेंड के रूप में दिया. 

NMDC ने पिछले 5 सालों में लगभग 793% का एवरेज डिविडेंड अर्जित किया है. इसकी लेटेस्ट एनुअल रिपोर्ट में 29,579 करोड़ रुपए की नेट वर्थ, 2.30 रुपए प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड और 1.00 रुपए प्रति शेयर का अंतिम डिविडेंड दर्शाया गया है. इसके अलावा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने डिविडेंड के रूप में 3,626 करोड़ रुपए का भुगतान किया, जो उसके कुल प्रॉफिट का 47.5% है. 
कारोबारी साल 2025 में BSE PSU इंडेक्स की डिविडेंड यील्ड 2.5% है, जो सेंसेक्स के 1.3% से लगभग दोगुना है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, इस पीरियड में BSE 500 इंडेक्स की यील्ड केवल 1.2% रही है.

कौन-से PSUs स्टॉक्स में आया उछाल 
पब्लिक सेक्टर कंपनियों में गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन पिछले एक साल में सबसे अच्छा परफॉर्म करने वाली कंपनी रही, जिसके शेयरों में 40% की बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स, नेशनल एल्युमीनियम कंपनी और इंडियन बैंक का स्थान रहा, जिनके शेयरों में 20% से 28% तक की बढ़ोतरी हुई.
इन शेयरों ने किया निराश 
कारोबारी साल 2025 में पंजाब नेशनल बैंक का परफॉरमेंस सबसे खराब रहा है, जिसमें 50.4% की गिरावट आई है. जबकि रेल विकास निगम, यूको बैंक, आरईसी और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने इस पीरियड में लगभग 42% की गिरावट का सामना किया है. 


Source: CNBC